उज्जैन SBI ब्रांच चोरी कांड: 24 घंटे में पुलिस ने सुलझाया केस, आउटसोर्स कर्मचारी निकला मास्टरमाइंड; 5 आरोपी गिरफ्तार

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन के महानंदा नगर इलाके में स्थित एसबीआई शाखा से करोड़ों की ज्वेलरी और नकदी चोरी की गुत्थी पुलिस ने रिकॉर्ड समय में सुलझा दी। महज 24 घंटे में खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि इस वारदात के पीछे बैंक का ही आउटसोर्स कर्मचारी मास्टरमाइंड था, जिसने अपने चार साथियों के साथ मिलकर प्लानिंग की थी। सभी पांच आरोपियों को हिरासत में लेकर चोरी का पूरा माल बरामद कर लिया गया है।

कैसे हुआ खुलासा

सोमवार रात हुई चोरी की जानकारी मंगलवार सुबह तब मिली, जब सफाई कर्मचारी बैंक पहुंचा और लॉकर के ताले टूटे हुए देखे। उसने तुरंत अधिकारियों को सूचना दी। जांच में सामने आया कि लॉकर से लगभग 4.7 किलो सोने के आभूषण और 8 लाख रुपये नकद गायब हैं। मामला गंभीर होने पर पुलिस ने तुरंत माधव नगर थाने में एफआईआर दर्ज की।

एडीजी उमेश जोगा और एसपी प्रदीप शर्मा खुद मौके पर पहुंचे। चार थानों की पुलिस के साथ-साथ साइबर सेल की टीम को भी जांच में लगाया गया। सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध बैग लेकर बैंक से बाहर निकलते और बाउंड्री वॉल कूदकर भागते नजर आए।

मास्टरमाइंड निकला बैंक का ही कर्मचारी

जांच के दौरान पुलिस की नजर बैंक में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारी जय भवसार पर गई, जो 6 महीने पहले भर्ती हुआ था। गहन पूछताछ में सामने आया कि 16 अगस्त को बैंक में आग लगने और सामान शिफ्टिंग के दौरान उसने चोरी की योजना बनाई थी।

जय ने योजना में अपने चार साथियों – अब्दुल्ला, साहिल, अरबाज और कोहिनूर – को शामिल किया। पांचों आरोपी सोमवार रात ढाबा रोड पर मिले और फिर रात करीब ढाई बजे बैंक पहुंचे। जय और अब्दुल्ला के पास चाबियां थीं, जिनसे उन्होंने गेट और लॉकर खोला और सोना व नकदी लेकर निकल गए।

चोरी का माल पांच हिस्सों में बांटा

वारदात के बाद आरोपी दो मोटरसाइकिलों से एक होटल पहुंचे और चोरी का माल पांच हिस्सों में बांट लिया। इसके बाद चार आरोपी हाटपिपलिया चले गए, जबकि जय शहर में ही रुका रहा ताकि किसी को उस पर शक न हो। लेकिन पुलिस जांच में जय पर शक गहराता गया और सख्ती से पूछताछ में उसने सबकुछ कबूल कर लिया। उसके बयान के आधार पर बाकी चारों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

धर्म परिवर्तन और ब्रेनवॉशिंग का एंगल

एसपी प्रदीप शर्मा ने खुलासा किया कि जय भवसार ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर धर्म परिवर्तन कर लिया था और अपना नाम जय से जीशान रख लिया था। पुलिस इस मामले में यह भी जांच कर रही है कि कहीं जय का ब्रेनवॉश तो नहीं किया गया था। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि चोरी के बाद आरोपी नेपाल भागकर वहां सोने का व्यापार करने की योजना बना रहे थे।

बैंक अधिकारियों पर गिरी गाज

इस बीच, मामले में बैंक के सेवा प्रबंधक और कैश अधिकारी की लापरवाही भी सामने आई। दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

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