- भस्म आरती: भगवान महाकाल का दिव्य श्रृंगार कर चढ़ाई गई भस्म, उज्जैन में हर ओर गूंजे जय श्री महाकाल के नारे!
- HMPV से घबराने की कोई जरूरत नहीं! Ujjain मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी का बड़ा बयान, बोले- अफवाहों से बचें...
- उज्जैन में हुआ ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन, 25 घंटे से ज्यादा चला हास्य कवि सम्मेलन; Golden Book of Records में दर्ज हुआ नया विश्व रिकॉर्ड!
- भस्म आरती: दिव्य रजत मुकुट और चंदन अर्पित करके किया गया बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
- महाकाल मंदिर के विस्तार के लिए बड़ा कदम, हटाए गए 257 मकान; महाकाल लोक के लिए सवा दो हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण
नंदी हाॅल में 27 साल पुराने गर्डर कमजोर मजबूती के लिए स्टील फ्रेम लगाना जरूरी
उज्जैन | 1990 में विस्तारीकरण के समय लगाया था गर्डर , सिंहस्थ को दृष्टिगत रख वर्ष 1990 में नंदी हाल का विस्तारीकरण किया गया था। यहां 6 बाय 8 वर्ग फीट साइज का दरवाजा था। पत्थरों को हटाकर लोहे का मोटा गर्डर स्थापित कर निकासी द्वार बनाया गया था। जो कि अब कमजोर हो गया है।
महाकाल मंदिर के नंदी हाॅल में स्थित दरवाजे के ऊपर लगी लोहे की गर्डर कमजोर हो गई है। ये करीब 27 साल पुरानी है। मंदिर प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री राजेंद्र जोशी को तकनीकी परीक्षण कर रिपोर्ट देने के लिए पत्र लिखा था। उसके बाद ईई ने अपनी टीम के साथ में तकनीकी परीक्षण किया। जिसमें उन्होंने पाया कि गर्डर को मजबूती देने के लिए सपोर्ट देना होगा। इसके लिए तीन स्टील की फ्रेम लगाना होगी। जो कि एक-एक क्विंटल की होगी। वे मंदिर समिति को तकनीकी रिपोर्ट देंगे। यह कार्य मंदिर समिति अपने खर्च से करवाएगी लेकिन पीडब्ल्यूडी के मापदंड का ध्यान रखा जाएगा। बुधवार को पीडब्ल्यूडी एसडीओ डीके मलैया ने भी मंदिर जाकर गर्डर का तकनीकी परीक्षण किया।
तकनीकी परीक्षण पूरा
गर्डर का तकनीकी परीक्षण कर लिया है। स्टील की एक-एक क्विंटल की तीन फ्रेम लगाना होगी। राजेंद्र कुमार जोशी, ईई, पीडब्ल्यूडी