विक्रम विवि का कारनामा : 11 हजार है फीस, विद्यार्थियों से जमा करवाए 15 हजार

उज्जैन। नेक से ‘ए” ग्रेड प्राप्त विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों से प्रवेश के लिए निर्धारित फीस से 4 हजार स्र्पए अधिक वसूल किए जाने मामला सामने आया है। जानकारी लगने पर विभागाध्यक्ष ने गलती को सुधारने के लिए ज्यादा वसूली गई फीस विद्यार्थियों को लौटाए जाने की बात कही है।

मामला बी. कॉम ऑनर्स पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए जमा कराई फीस का है। दरअसल विक्रम विश्वविद्यालय ने बी. कॉम ऑनर्स की 240 सीटों में से 60 सीटों पर एडमिशन के लिए प्रवेश की पहली सीट आवंटन सूची 15 जून को जारी कर दी थी।

व्यवस्था बनाई थी कि एडमिशन मेरिट के आधार पर पहले आओ-पहले पाओ की नीति पर दिया जाएगा। इनके लिए फीस जमा करने की आखिरी तारीख 22 जून होगी। अगर कोई फीस जमा नहीं करता है तो 24 जून को जारी होने वाली दूसरी सीट आवंटन सूची से सीटें भरी जाएंगीं।

ऐसी ली ज्यादा फीस

पहले चरण की 60 सीटों के लिए फीस छात्राओं के लिए 11331 स्र्पए निर्धारित की और छात्रों के लिए 11531 स्र्पए। जब विद्यार्थी ऑनलाइन फीस जमा करने पहुंचे तो विश्वविद्यालय ने छात्राओं से फीस 15330 स्र्पए जमा कराई और छात्रा से 15530 स्र्पए। यानी 4 हजार स्र्पए ज्यादा।

जबकि यह फीस शेष 180 सीटों पर एडमिशन के लिए निर्धारित की थी। 60 सीटों पर कम फीस लिए जाने की वजह विश्वविद्यालय ने कॉलेज की ओर रुख कर रहे विद्यार्थियों को अपनी अध्ययनशालाओं में प्रवेश के लिए आकर्षित करना बताया है।

इनका कहना

कुछ विद्यार्थियों से निर्धारित एडमिशन फीस से ज्यादा फीस वसूल हो गई है। गलती संज्ञान में आई है, जिसे सुधार लिया जाएगा। विद्यार्थियों को अतिरिक्त राशि लौटा दी जाएगी।

-डॉ. राकेश ढंड, अध्यक्ष, बी.कॉम ऑनर्स अध्ययनशाला एवं डीन स्टूडेंट वेलफेयर

यह भी जानें

21 जून की स्थिति में 60 में से 30 बच्चे फीस जमा कर अपना प्रवेश सुनिश्चित कर चुके हैं।

विक्रम विवि की अध्ययनशालाओं में संचालित स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख 23 जून है, जबकि स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए 30 जून।

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