इस माह के अंत तक हो सकता है माधव कॉलेज स्थानांतरित

उज्जैन। इस माह के अंत तक शहर के 130 वर्ष पुराने शासकीय माधव कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय को अंकपात क्षेत्र में बनाये गये कालिदास कन्या महाविद्यालय के नये भवन में स्थानांतरित किया जा सकता है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने कलेक्टर को पत्र भेजकर अभिमत मांगा है। माधव महाविद्यालय को कालिदास कन्या महाविद्यालय के नये भवन में स्थानांतरित किये जाने को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने शासन से मांग की थी।

अंकपात मार्ग पर कालिदास कन्या महाविद्यालय का नया भवन लगभग 80 प्रतिशत बनकर तैयार हो चुका है और एक साइड में पुताई आदि भी पूर्ण हो गई है जबकि कुछ जगह पर फ्लोरिंग एवं प्लास्टर का काम चल रहा है।

तीन मंजिला यह भवन सर्वसुविधा युक्त है और इसमें कई कमरे एवं हॉल बन चुके हैं, लेकिन यह क्षेत्र एक साइड में है इसलिये छात्राओं को यहां पर आने जाने में दिक्कत हो सकती है, इसके अलावा छेड़छाड़ आदि की भी आशंका बनी हुई है। इसी के चलते स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा शासन को इस बात का सुझाव दिया गया था कि छात्राओं को माधव कॉलेज में अध्ययन की सुविधा दी जावे एवं माधव कालेज के छात्रों को नये भवन अंकपात पर भेजा जायेगा। इसको लेकर अब तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।

कांग्रेस का विरोध
माधव कॉलेज को कालिदास कन्या महाविद्यालय के नये भवन में शिफ्ट करने का कांग्रेस ने विरोध किया है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी का कहना है कि यह एक योजना के तहत किया जा रहा है। इसका विरोध करेंगे। वहीं छात्र नेता बबलू खिंची ने भी विरोध जताते हुए कहा कि माधव कॉलेज में बड़ी संख्या में छात्राएं अध्ययन करती हैं।

सुरक्षा की दृष्टि से ठीक
तेलीवाड़ा स्थित कालिदास कन्या महाविद्यालय जर्जर हो चुका है। इसलिये उनके लिये अंकपात मार्ग पर नया भवन बनाया गया था, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से उनका माधव कॉलेज भवन में अध्ययन करना ठीक है। इसलिये शासन को जनप्रतिनिधियों द्वारा सुझाव दिया गया था। शासन ने पत्र भेजकर प्रशासन से अभिमत मांगा है। माधव कालेज को नवनिर्मित कालिदास महाविद्यालय में शिफ्ट किया जाता है तो इससे छात्रों को कोई दिक्कत नहीं होगी।
पारस जैन, ऊर्जा मंत्री

अभी पत्र नहीं मिला
माधव कॉलेज को इस संबंध में अभी तक कोई पत्र नहीं मिला है। हालांकि यह जानकारी मिली है कि शासन द्वारा इस संबंध में कलेक्टर से अभिमत मांगा गया है। जैसा भी निर्णय होगा उसका पालन किया जायेगा।
हेमंत नामदेव, प्राचार्य माधव कालेज

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