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शराब पीकर गाड़ी न चलाने की हिदायत पर मंत्री ने सवाल उठाया
शराब पीकर गाड़ी नहीं चलाने की पुलिस की हिदायत को मध्यप्रदेश के खेल और युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने विरोधाभासी करार दिया है।
पटवारी ने सोमवार को कहा कि शराब के जिन वैध अहातों में सुबह से लेकर रात तक शराब परोसी जाती है, वे सरकार की अनुमति से ही चल रहे हैं।
पटवारी ने यहां 30वें सड़क सुरक्षा सप्ताह के उद्घाटन समारोह में कहा, मैं देख रहा हूं कि पुलिस ने जगह-जगह बोर्ड लगा रखे हैं कि लोग शराब पीकर वाहन न चलाएं।
लेकिन इसका दूसरा पक्ष देखें तो पता चलता है कि शराब की हर दुकान में कुर्सी पर बैठकर शराब पीने की जगह है। इन जगहों में लोगों को रात 10 बजे तक शराब पिलाई जाती है। फिर यही लोग (नशे में) सड़क पर वाहन चलाते हैं।
उन्होंने कहा, एक तरफ तो सरकार की अनुमति पर चलने वाले शराब के अहाते रात तक खुले रहते हैं, दूसरी तरफ लोगों से कहा जाता है कि वे शराब पीकर गाड़ी न चलाएं।
ये दोनों बातें विरोधाभासी हैं। हमें विचार करना चाहिए कि हम इस स्थिति में किस तरह सुधार कर सकते हैं। मंत्री जब अपने ये विचार प्रकट कर रहे थे, तब मंच पर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी भी मौजूद थे।
इस दौरान पटवारी ने यातायात पुलिस की कथित रिश्वतखोरी का मुद्दा उठाते हुए कहा, यातायात नियमों का पालन कराते वक्त जो रिश्वतखोरी होती है वह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। अगर इस पहलू को ठीक कर लिया जाए तो पुलिस विभाग का बहुत बड़ा हिस्सा सुधर जाएगा।