उज्जैन महाकाल मंदिर की टनल में हादसा: छत का हिस्सा गिरा, बाल-बाल बचे श्रद्धालु; प्रशासन ने दिए सुधार के निर्देश!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन के विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में उस समय हड़कंप मच गया, जब रविवार सुबह दर्शनार्थियों के निकलने के दौरान टनल परिसर की छत का पीओपी अचानक भरभराकर गिर पड़ा। यह हादसा सुबह करीब 8 बजे हुआ, जब भारी संख्या में श्रद्धालुओं को पालकी हॉल से एम्बुलेंस गेट तक बनी टनल से बाहर निकाला जा रहा था। गनीमत यह रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन कुछ देर के लिए श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
यह टनल महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण योजना के अंतर्गत बनाई गई है, जिसका उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में एम्बुलेंस के प्रवेश को सुगम बनाना है। रविवार को अधिक भीड़ होने के कारण दर्शन व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए इसी टनल का उपयोग किया जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, छत के कई हिस्सों से बीते कुछ दिनों से पानी टपकने की शिकायत मिल रही थी। इसी लगातार रिसाव के कारण छत पर लगी पीओपी की परत कमजोर हो गई और अंततः भरभराकर नीचे आ गिरी।
इस दुर्घटना के बाद मंदिर समिति और प्रशासनिक अमले में हलचल मच गई। मंदिर समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने तुरंत स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और मंदिर के तकनीकी अधिकारियों को स्थल निरीक्षण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टनल में हुए रिसाव और पीओपी गिरने के पीछे निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं, जिसकी जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि महाकाल मंदिर परिसर में बीते कुछ महीनों में कई नए निर्माण कार्य किए गए हैं। मंदिर के सौंदर्यीकरण और दर्शन मार्गों को सुगम बनाने के लिए स्मार्ट सिटी योजना के तहत कई हिस्सों में निर्माण हो रहा है। हालांकि बारिश के मौसम में नवनिर्मित संरचनाओं से बार-बार रिसाव और क्षति की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता खड़ी हो गई है।
प्रशासन ने दावा किया है कि जल्द ही छत के रिसाव और पीओपी की मरम्मत का काम प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। साथ ही, सुरक्षा मानकों की पुनः समीक्षा कर आवश्यक तकनीकी सुधार भी किए जाएंगे, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो।