- महाकाल अग्निकांड की दोष निवृत्ति के लिए ब्राह्मणों ने किया हरिहर यज्ञ, चारों वेदों की ऋचाओं का हुआ गान
- चंद्र के साथ सजे बाबा महाकाल, घंटाल बजाकर बाबा को अर्पित किया हरि ओम का जल फिर हुई कपूर आरती
- महाकाल मंदिर अग्निकांड पर मानवाधिकार आयोग का एक्शन, मांगी 15 बिंदुओं की जांच रिपोर्ट
- भस्म आरती में भांग-शृंगार से सजे बाबा महाकाल, चांदी का मुकुट और पहनी रुद्राक्ष की माला
- आचार संहिता के चलते आयोजन बदला, 26 लाख दीप जलाने का था लक्ष्य, अब जलेंगे सिर्फ पांच लाख
80/84 श्री स्वप्नेश्वर महादेव
80/84 श्री स्वप्नेश्वर महादेव काफी समय पहले कल्माषपाद नाम के एक राजा हुआ करते थे। एक बार उन्होने वन में वशिष्ट मुनि के पुत्र ओर बहू को देखा । उस समय उनका पुत्र ध्यान में बैठा हुआ था। राजा ने मुनि से कहा कि रास्ते से हट जाओं परंतु मुनि ने नहीं सुना, तो राजा ने क्रोध में आकर मुनि पर चाबुक से प्रहार करना शुरू कर दिया। यह देख वशिष्ट मुनि के दूसरे पुत्र…
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