नीमच में आधी रात हुआ हाई-वोल्टेज ड्रामा: ग्रामीणों ने पुलिस को बना लिया बंधक, फिर हुआ लाठीचार्ज और दागे गए आंसू गैस के गोले …

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

22 जनवरी की रात, नीमच में पुलिस एक डोडाचूरा तस्करी मामले की जांच करने आई, लेकिन फिर जो हुआ, वो चौंका देने वाला था! पुलिस को बंधक बना लिया गया, और फिर गांववालों ने पुलिस पर पथराव कर दिया!

पुलिस ने जब जवाबी कार्रवाई की तो स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई। आंसू गैस के गोले दागे गए, लाठीचार्ज किया गया, और फिर जैसे-तैसे पुलिस ने अपनी टीम और गाड़ियों को छुड़ाया। पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।

दरअसल, दो दिन पहले पुलिस ने नीलेश नामक युवक को डोडाचूरा के साथ गिरफ्तार किया था। अब उस मामले की जांच के लिए पुलिस टीम चौकड़ी गांव पहुंची थी। लेकिन पुलिस के आते ही गांववालों ने घेर लिया, और स्थिति बढ़ते-बढ़ते बवाल में बदल गई। गांववालों ने पुलिसकर्मियों को 7 घंटे तक बंधक बना लिया। मामले की सूचना मिलते ही ASP नवल सिंह सिसोदिया, SDO विमलेश उइके कई थानों के पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जब बंधक बने पुलिस वालों को छोड़ने को कहा तो लोग भड़क गए और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। हालात बिगड़ने पर लाठीचार्ज किया गया और फिर आंसू गैस के गोले दागे गए। हालांकि पुलिस ने जैसे-तैसे अपने साथी पुलिसकर्मियों और दोनों वाहनों को ग्रामीणों के चंगुल से निकाला। बता दें, इस पथराव में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए, जिन्हें अब अस्पताल में इलाज मिल रहा है।

पुलिस ने उपद्रव करने वाले कुछ नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। फिलहाल, गांव में शांति है। एएसपी नवल सिंह सिसोदिया का कहना है कि ग्रामीणों के पथराव में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनका मेडिकल करवाया जा रहा है। कानून व्यवस्था बिगड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस झूठे मामलों में फंसा रही है, और मादक पदार्थ तस्करी के नाम पर अवैध वसूली कर रही है। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस ने जिस युवक को पकड़ा था, उसके पास 30 किलो अवैध मादक पदार्थ था, लेकिन पुलिस ने उसकी मात्रा बढ़ाकर 54 किलो कर दिया। गांव वालों ने मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।

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