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- भस्म आरती: भांग, चन्दन और मोतियों से बने त्रिपुण्ड और त्रिनेत्र अर्पित करके किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- Ujjain: बैकुंठ चतुर्दशी आज, गोपाल मंदिर पर होगा अद्भुत हरि-हर मिलन; भगवान विष्णु को जगत का भार सौंपेंगे बाबा महाकाल
- भस्म आरती: रजत सर्प, चंद्र के साथ भांग और आभूषण से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार, श्रद्धालुओं ने लिया भगवान का आशीर्वाद
MIT टेक्निकल कॉलेज
संस्थान के महाकाल समूह प्रसार शिक्षण एवं सेवा संस्थान (PSSS) द्वारा सक्षम और सामाजिक रूप से जिम्मेदार पेशेवरों में एक वैश्विक दृष्टि के साथ युवा प्रतिभाओं को बदलने के उद्देश्य के साथ स्थापित किया गया था. अकादमिक उत्कृष्टता का एक दशक में यह मध्य भारत में व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में एक अद्वितीय स्थिति प्राप्त कर ली है. हमारी सफलता की कहानी 26 जुलाई, 2001 से शुरू होता है. तो मध्य प्रदेश श्री दिग्विजय सिंह जी के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा की महाकाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के उद्घाटन हमारी शैक्षणिक प्रयासों की नींव रखी. इस प्रकार, एमआईटी 2001-02 में विभिन्न धाराओं में सिर्फ 220 छात्रों और कुछ संकाय सदस्यों के साथ स्थापित किया गया था. अर्थात इंजीनियरिंग इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार, कंप्यूटर विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स के केवल 4 शाखाओं थे. हमारे बहुत पहले सेमेस्टर परीक्षा के परिणाम काफी उत्साहजनक था. हम में 5 पदों सुरक्षित मैं सभी RGPV, भोपाल से संबद्ध संस्थाओं के बीच सेमेस्टर परिणाम हो. वर्तमान में चल रहा है, एमआईटी इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार में पाठ्यक्रम, कंप्यूटर विज्ञान, सूचना इलेक्ट्रिकल प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग और इ / एम. सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार, और कंप्यूटर विज्ञान में टेक.