सिंहस्थ 2028: निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव ने दिए सख्त निर्देश, बोले- निर्माण कार्यों में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त; हर 15 दिन में कलेक्टर नीरज कुमार करेंगे समीक्षा

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन में 2028 में होने वाले महाकुंभ सिंहस्थ को लेकर प्रशासन ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में निर्माण कार्यों की गति, उनकी समयबद्धता और गुणवत्ता को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने और समय पर प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
बैठक में अपर मुख्य सचिव राजौरा ने निर्देश दिए की निर्माण संबंधी कार्यों में समयबद्ध तरीके से काम किया जाना सुनिश्चित किया जावे जो सभी कार्य प्रगति रत हैं उनकी प्रगति रिपोर्ट भी प्रत्येक माह भेजी जावे इसकी प्रत्येक 15 दिन में कलेक्टर उज्जैन द्वारा समीक्षा की जाएगी। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। यदि आवश्यक हो तो अधिकारी रात की शिफ्ट में भी काम करवाएं ताकि प्रोजेक्ट समय पर पूरे हो सकें।
घाट निर्माण और शिप्रा शुद्धिकरण पर विशेष ध्यान
बैठक में कलेक्टर नीरज कुमार ने विभिन्न निर्माण कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। जानकारी के अनुसार:
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घाट निर्माण के लिए 30 महीने का समय निर्धारित किया गया है, ताकि सिंहस्थ से पहले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक स्नान घाट तैयार किए जा सकें।
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शिप्रा शुद्धिकरण के लिए कान्हा नदी डायवर्जन परियोजना की वर्तमान भौतिक प्रगति 29% तक पहुँच चुकी है। इसे तेजी से पूरा करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
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सेवर खेड़ी और सिलार खेड़ी जलाशय का कार्य भी शुरू हो चुका है, जिससे सिंहस्थ में जल संकट को रोका जा सके।
सड़क और बायपास निर्माण कार्यों की समीक्षा
अपर मुख्य सचिव ने इंदौर-उज्जैन सिक्स लेन परियोजना, उज्जैन-मक्सी फोरलेन, हिंगोरिया-उन्हेल सड़क मार्ग, और सिंहस्थ बायपास की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि:
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सिक्स लेन हाईवे का निर्माण 24 महीनों में पूरा किया जाए।
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नगर निगम द्वारा किए जा रहे सड़क चौड़ीकरण कार्यों में समन्वय स्थापित किया जाए, ताकि यातायात प्रभावित न हो।
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सभी बायपास और मुख्य मार्गों को ऐसी गुणवत्ता के साथ तैयार किया जाए कि वे सिंहस्थ के दौरान भारी भीड़ और वाहनों के दबाव को आसानी से सहन कर सकें।
समस्याओं का त्वरित समाधान करने के निर्देश
बैठक में अपर मुख्य सचिव राजौरा ने कहा कि यदि किसी निर्माण कार्य में कोई समस्या आ रही है, तो अधिकारी तुरंत जिला प्रशासन और कलेक्टर को सूचित करें। इससे त्वरित समाधान निकालकर कार्य की गति बनाए रखी जा सकेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि:
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प्रो-एक्टिव होकर सभी कार्य पूरे किए जाएं।
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जो कार्य अभी तक प्रारंभ नहीं हुए हैं, उन्हें राज्य शासन को स्वीकृति के लिए तत्काल भेजा जाए।
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यदि किसी नए निर्माण की आवश्यकता महसूस हो रही है, तो उसे भी तार्किक ढंग से प्रस्तावित किया जाए।
स्थायी निर्माण कार्यों की सतत मॉनिटरिंग का आदेश
अपर मुख्य सचिव राजौरा ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि स्थायी प्रकृति के सभी कार्य जल्द से जल्द प्रारंभ किए जाएं और उनकी सतत निगरानी की जाए। बैठक के बाद उन्होंने मेडिसिटी मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और सिलार खेड़ी जलाशय का भी दौरा कर प्रगति का जायजा लिया। इस महत्वपूर्ण बैठक में संभागायुक्त संजय गुप्ता, इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार शर्मा, जिला पंचायत सीईओ जयती सिंह, नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।