कलेक्टर ने डेढ़ घंटे भ्रमण कर देखी चिंतामण गणेश मंदिर की व्यवस्था, कई बार हुए नाराज

उज्जैन। कलेक्टर मनीष सिंह रोज महाकाल मंदिर तो पहुंच ही रहे हैं तथा वहां सामान्य दर्शन व्यवस्था सुधारने के साथ साथ लापरवाह कर्मचारियों और मनमानी करने वालों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई के आदेश भी दे रहे हैं, इसी क्रम में वे रविवार को सुप्रसिद्ध चिंतामण गणेश मंदिर भी पहुंचे तथा मंदिर का अवलोकन भी किया।
धार्मिक नगरी में महाकालेश्वर मंदिर के अलावा बड़े मंदिरों में क्रमश: चिंतामण गणेश, हरसिद्धी मंदिर, मंगलनाथ, कालभैरव, गढ़कालिका आदि शामिल हैं। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवदर्शन को आते हैं और यहां मंदिरों में श्रद्धालुओं से दर्शन पूजन के नाम पर ली जाने वाली राशि तथा जारी दलाली व्यवस्था से आये दिन बदनामी होती है। नवागत कलेक्टर ने अपनी पदस्थी के बाद से ही लगातार महाकाल मंदिर में भ्रमण कर काफी कुछ व्यवस्था को भी सुधार है।

यहां प्रशासक, उपप्रशासक सहित सहायक प्रशासनिक अधिकारी से भस्मार्ती अनुमति व्यवस्था वापस लेने तथा नये अधिकारियों की तैनाती की है। आए दिन यहां लापरवाही करने वाले कर्मचारियों और पूजन व्यवस्था से जुड़े लोगों पर कार्रवाई भी हो रही है। इसी क्रम में रविवार की शाम कलेक्टर मनीष सिंह चिंतामण गणेश पहुंचे। यहां प्रति बुधवार बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन को पहुंचते हैं। इसके अलावा इस मंदिर में नित्य ही देवदर्शन को गाडिय़ां पहुंचती हैं।

यहां दर्शन व्यवस्था, सुरक्षा, पेयजल, साफ सफाई आदि को लेकर कलेक्टर ने कई मर्तबा एसडीएम, तहसीलदार व प्रबंधक को फोन पर डाट भी लगाई। उन्होंने मंदिर में नित्य पूजन, दर्शन बुधवार सहित तीज त्योहार पर दर्शन व्यवस्था के इंतजामों के बारे में भी पंडे पुजारियों और यहां ड्यूटीरत शासकीय कर्मचारियों व क्षेत्रीय लोगों से बातचीत की। यहां साफ सफाई व्यवस्था को लेकर उन्होंने कड़े निर्देश भी दिये कि धार्मिक नगरी के प्रमुख स्थानों में शुमार चिंतामण गणेश मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था का पूरा ध्यान रखा जाए।

एक करोड़ से होगा चिंतामन मंदिर का विकास
सुप्रसिद्ध चिंतामन गणेश मंदिर का विकास लगभग एक करोड़ रुपए की राशि से किया जाएगा। लंबे समय से यह पैसा मंदिर की चढ़ौत्री से आय से एकत्र पड़ा है। नगर से करीब 5 किलोमीटर दूर इस सुप्रसिद्ध मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिक्षेत्र में कई तरह की सुविधाओं का विकास होगा। कलेक्टर मनीष सिंह ने अक्षरविश्व से बातचीत में कहा कि धार्मिक नगरी के प्रसिद्ध मंदिरों के समुचित विकास के लिए वहां चढ़ौत्री से अर्जित आय के जरिए अन्य बढ़े मंदिरों और धार्मिक नगरों की तर्ज पर विकास कार्य कराए जाएंगे। चिंतामन गणेश मंदिर के भ्रमण के दौरान उन्होंने मंदिर के विकास की योजना बनाने के निर्देश भी एसडीएम तथा तहसीलदार को दिए हैं।
ग्राम पंचायत के जिम्मे पार्किंग
चिंतामन गणेश मंदिर के बाहर सुव्यवस्थित पार्किंग की अत्यंत आवश्यकता है। कलेक्टर ने मंदिर निरीक्षण के दौरान बाहर पार्किंग का भी निरीक्षण किया तथा ग्राम पंचायत चिंतामन जवासिया के जरिए यहां सुव्यवस्थित पार्किंग के लिए दुकानें आदि हटाने और आवश्यक निर्णय लेने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर मनीषसिंह ने कहा कि शहरवासी भी अपने निजी वाहनों से मंदिर पहुंचते हैं तथा दूर-दराज से श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थित पार्किंग होना चाहिए। ग्राम पंचायत का प्रस्ताव आते ही पंचायत के जरिए पार्किंग कार्य शुरू कराया जाएगा।

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