- उज्जैन के इस मंदिर लगता है माता को मदिरा का भोग, महाअष्टमी पर कलेक्टर करते हैं नगर पूजा; ये है मान्यता
- शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी पर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने नगर पूजा, माता को मदिरा की धार चढ़ा कर किया आरती पूजन
- Ujjain: 13 अक्टूबर को मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम प्रस्तावित, विधायक और नगर निगम सभापति ने किया कार्यक्रम स्थलों का अवलोकन
- भस्म आरती: मावा चंद्र आभूषण अर्पित कर बाबा महाकाल का देवी स्वरूप में किया गया श्रृंगार!
- 13 अक्टूबर को उज्जैन आएंगे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, विभिन्न लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम प्रस्तावित; कलेक्टर एवं एसपी ने किया कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण, संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश
उज्जैन:परिवार गया बिहार, घर में हो गई लाखों की चोरी
उज्जैन।नागनाथ की गली स्थित डेढ़ माह से सूने पड़े मकान में अज्ञात बदमाशों ने तीसरी मंजिल स्थित छत के रास्ते घर में घुसकर लाखों की चोरी की वारदात को अंजाम दिया। मंगलवार दोपहर पीएचई से रिटायर्ड कर्मचारी अपने परिवार के साथ बिहार से घर लौटे तो मेनगेट का ताला खोला लेकिन दरवाजा नहीं खुला। यह दरवाजा अंदर से चोरों ने बंद कर दिया था। दरवाजा तोड़कर घर में प्रवेश किया तो देखा कि सामान बिखरा था और गोदरेज की अलमारी में रखे लाखों के सोने-चांदी के आभूषण व हजारों रुपये नगद चोरी हो चुके थे। मामले में खाराकुआं पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है।
सतीशचंद्र व्यास पिता देवीशंकर निवासी नागनाथ की गली पीएचई देवास से रिटायर्ड हैं और 25 जून को वह अपने परिवार के साथ उत्तरप्रदेश में बेटी के घर गये और वहां कुछ दिन रुकने के बाद हाजीपुर बिहार में रहने वाले आरपीएफ कांस्टेबल पुत्र दयासागर व्यास के घर पहुंचे। करीब डेढ़ माह बाद मंगलवार दोपहर सतीशचंद्र व्यास परिवार के साथ घर लौटे और मेनगेट का ताला खोलकर दरवाजे को धक्का दिया, लेकिन दरवाजा नहीं खुला।
आसपास के एक दो लोगों को बुलाकर मशक्कत के बाद धक्के देकर दरवाजे को खोला गया तो पता चला कि दरवाजा अंदर से बंद था। सतीशचंद्र ने घर में प्रवेश किया और सबसे पीछे वाले कमरे में पहुंचे तो देखा कि घर का सामान बिखरा पड़ा था। गोदरेज की अलमारी खुली थी और उसकी लॉकर में रखे पांच लाख रुपये से अधिक कीमत के सोने चांदी के आभूषण व 10 हजार रुपये नगद नहीं थे। उन्होंने इसकी सूचना खाराकुआं पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।
सिर्फ आभूषण और नगदी पर किया हाथ साफ
तीसरी मंजिल से होकर प्रथम तल पर सबसे पीछे मकान तक पहुंचना आसान नहीं था। संभवत: चोरी की वारदात को रैकी के बाद ही अंजाम दिया गया है क्योंकि चोरों ने गोदरेज का ताला खोलकर लॉकर में रखे सोने के लॉकेट, टीका, बाजूबंद, अंगूठियां, कान के झुमके, टाप्स सहित एक किलो चांदी के बर्तन, सिक्के आदि सहित 10 हजार रुपये नगद पर हाथ साफ किया। इसके अलावा घर के किसी भी कीमती सामान को हाथ नहीं लगाया।