उज्जैन:होटल संचालक के बेटे ने बैंक मैनेजर से परेशान होकर जहर खाया

पिता ने स्टेटस पढ़ा और तलाश करते हुए नागझिरी पहुंचे…बेहोशी की हालत में अस्पताल लेकर आए

उज्जैन।फ्रीगंज में होटल संचालित करने वाले व्यवसायी के पुत्र ने बीती रात दो बैंकों के मैनेजरों से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खा लिया। उसके पिता ने मोबाइल पर सुसाइड करने का स्टेटस पढ़ा फिर उसे तलाश करते हुए नागझिरी कलाली के पास पहुंचे जहां बेटा बेसुध पड़ा था। उसे बेहोशी की हालत में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया।

शिवमराज सोनी पिता राजेन्द्र सोनी 25 वर्ष निवासी पाश्र्वनार्थ सिटी के पिता की फ्रीगंज में विनायक कैफे के नाम से होटल है। शिवमराज ने बीती रात अपने मोबाइल स्टेटस पर आत्महत्या करने व जहर खाने का स्टेटस डाला जिसे पिता राजेन्द्र सोनी ने पढ़ा तो बेटे शिवमराज से फोन पर संपर्क किया और तलाश करते हुए नागझिरी कलाली के पास पहुंचे। यहां शिवमराज बेसुध हालत में पड़ा मिला। उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां शिवमराज का उपचार जारी है।

 

कहीं भी नहीं हो रही सुनवाई

राजेन्द्र सोनी ने बताया कि बैंक मैनेजरों द्वारा कर्जा वसूली के लिये दबाव बनाने और किश्त जमा नहीं करने पर मकान कुर्क करने की धमकी को लेकर सीएम हेल्पलाइन सहित पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हुई।

 

पिता ने कहा मैनेजर धमका रहे थे

राजेन्द्र सोनी ने बताया कि उनकी फाजलपुरा क्षेत्र में शंकर होटल थी। कर्जा होने पर नर्मदा झाबुआ बैंक के मैनेजर हेमंतसिंह चंद्रावत ने 1 करोड़ 20 लाख रुपये में होटल का सौदा कराया। जिसके बदले 78 लाख का बंगला पाश्र्वनाथ सिटी में दिलाया जिसके चंद्रावत ने 84 लाख वसूले। राजेन्द्र सोनी के मुताबिक उन्हें 20 लाख सिटी फायनेंस के देना थे 10 लाख रुपये बाजार की उधारी चुकानी थी और रुपयों की जरूरत होने पर चंद्रावत ने शहर की एक बैंक से पाश्र्वनाथ सिटी का बंगला गिरवी रखवाकर 27 लाख का लोन दिलवाया। सोनी के मुताबिक लोन के पूरे रुपये भी नहीं दिये उसमें कमीशन आदि काटा गया। लाकडाउन की वजह से लोन समय पर नहीं चुका पाये तो शहर के एक बैंक और नर्मदा-झाबुआ बैंक के मैनेजर द्वारा परेशान किया जाने लगा और पाश्र्वनाथ सिटी स्थित बंगले को कुर्क कराने की धमकी दी गई। इसी के कारण बेटे शिवमराज ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।

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