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छूट का गलत फायदा:लॉकडाउन की छूट में शादी की पत्रिका देखकर दुकानदार को देना था सामान
उज्जैन में सोमवार को लॉकडाउन में सुबह चार घंटे की छूट देना प्रशासन को भारी पड़ गया। आगामी दिनों में होने वाले वैवाहिक आयोजनों को ध्यान में रखकर प्रशासन ने शादी की पत्रिका देखकर दुकानदारों से ग्राहकों को सामान देने की छूट दी थी। बाजार में ऐसी भीड़ उमड़ी की ट्रैफिक पुलिस तैनात करना पड़ा। कुछ बाजार में तो पुलिस को दुकानें बंद कराना पड़ा।
17 अप्रैल को क्राइसिस मैनेजमेंट की मीटिंग में जनप्रतिनिधियों और आला अफसरों ने मिलकर निर्णय लिया था कि शहर में महामारी के बेकाबू हालात को देखते हुए लॉकडाउन को 26 अप्रैल तक बढ़ाया जाए। शादियों के सीजन को देखते हुए 19 अप्रैल से सुबह 8 से 12 बजे के बीच विवाह समारोह में काम आने वाली कुछ दुकानों को छूट देने का प्रस्ताव रखा गया। इसमें ज्वैलरी, कपड़े, बर्तन सहित अन्य दुकानों को शामिल कर सुबह 8 से 12 बजे के बीच खोलने की अनुमति दी गई थी।
आदेश में कहा गया था कि जिसके घर में शादी है, वो ही बाहर निकलेगा। दुकानदार पत्रिका देख कर सामान देंगे। इसके बाद भी शहर के फ्रीगंज, एटलस चौराहे, गोपाल मंदिर, ढाबा रोड सहित उन्हेल और नागदा में भी भीड़ उमड़ पड़ी। फ्रीगंज क्षेत्र में तो पुलिस ने दुकानें बंद करवाईं।
उज्जैन में सोमवार को आम दिनों की तरह सामान्य से भी ज्यादा भीड़ हर चौराहे पर देखने को मिली। भीड़ इतनी बढ़ गई कि ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाना पड़ी। गोपाल मंदिर पर तो ऐसा नजारा था कि जैसे त्योहारों की भीड़ जुटी हो। एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि अनावश्यक खुली दुकानों को बंद करवाया गया।