नाम रौशन:शिक्षकों ने फीस जमा कर पढ़ाया, उज्जैन की नौरीन बनी असिस्टेंट प्रोफेसर

प्रतिभाओं का रास्ता कभी कोई बाधा नहीं रोक सकती। अभावों के बीच भी पढ़ाई का जज्बा रखते हुए अपनी प्रतिभा को मुकाम तक पहुंचाने वाली उज्जैन की 27 वर्षीय नौरीन कुरैशी ने इस बात को साबित कर दिखाया है। नौरीन के पास कभी स्नातक और स्नातकोत्तर की फीस तक जमा करने के लिए रुपए तक नहीं थे। शहर के एक प्रोफेसर दंपती ने उनकी फीस जमा कर नि:शुल्क पढ़ाया।

नौरीन एमपीपीएससी में चयनित होकर प्रदेश की यंगेस्ट असिस्टेंट प्रोफेसर बनीं। उन्हें प्रदेश के 101 यंग अचीवर्स में चुना गया। भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने नौरीन को यंग अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया है। राज रॉयल कॉलोनी में रहने वाली नौरीन कुरैशी एक निम्न वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं। नौरीन ने बताया 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद उनके पास किसी बड़े या प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन तक लेने के लिए रुपए नहीं थे। इस वजह से उन्होंने शासकीय कालिदास कन्या महाविद्यालय में एडमिशन लिया। यहां भी उनकी फीस कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. हरीश व्यास ने जमा की।

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