पहली बार ऐसा कम्युनिकेशन गैप:हर गेट पर पुलिस व गार्ड थे लेकिन यह बताने वाला कोई नहीं था कि अंदर कहां से आए

नागचंद्रेश्वर और महाकाल दर्शन के लिए सोमवार को पहुंचे हजारों श्रद्धालु घंटों परेशान हुए। सामान्य कतार के अलावा अन्य गेटों से भी दर्शन की व्यवस्था थी लेकिन इसमें पहली बार बड़ा कम्युनिकेशन गेप सामने आया। पहली बार ऐसा देखने को मिला कि हर गेट पर पुलिस जवान व महाकाल मंदिर की सुरक्षा एजेंसी के प्राइवेट गार्ड सिर्फ और सिर्फ ये ताकत झोंकने में लगाए थे कि कैसे रोकना है, कोई ये बताने को तैयार नहीं था कि दर्शन के लिए कहां कैसे जाए व वापस कहां से वापसी है।

इसी वजह से लोग काफी अधिक परेशान हुए। कई जगह तो लोगों ने आपा खाेते हुए खुद ही बैरिकेड्स तक धकेल ​दिए। कई प्वाइंटों पर लोगों की पुलिस व निजी सुरक्षा गार्डों से बहस होती रही। पुलिस, प्रशासन व मंदिर समिति के बीच तालमेल की कमी के चलते ये हालत निर्मित हुए। लोग इसी कारण मंदिर के अंदर पहुंचने के बाद भी परेशान होते रहे। ड्यूटी पर तैनात पुलिस अ​धिकारियों को ये सूचना नहीं ​थी कि किसी आने देना व किसे रोकना है।

उल्टी दिशा से परिवार को लेकर दर्शन को जाते रहे, कोई रोकने वाला नहीं

सोमवार को नागचंद्रेश्वर दर्शन के लिए जहां हजारों लोग घंटों लाइन में लगकर भगवान की एक झलक पाने के लिए खड़े रहे। वहीं पुलिस-प्रशासिक अधिकारियों की सरकारी गाड़ियों में उनके परिवार, रिश्तेदार माधव सेवा न्यास के रास्ते आते रहे। इस बीच नागचंद्रेश्वर के दर्शन कर श्रद्धालुओं के लिए जो एक्जिट बनाया हुआ था उसी से उल्टी दिशा में शासकीय अधिकारी व कर्मचारियों के परिवार के लोग घुसते रहे। इन्हें कोई रोकने टोकने वाला नहीं था।

पार्किंग स्थल पर बारिश से हो गया कीचड़, सड़क किनारे खड़ी कराई गाड़िया, सेवा न्यास तक घुसा ले गए वाहन, अफसर भी जाम में फंसे, शाम तक रेलमपेल मची रही

नागचंद्रेश्वर, महाकालेश्वर व सवारी दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बनाई गई। पा​र्किंगों में बारिश के चलते कीचड़ पसर गया। ट्रैफिक पुलिस ने रात में ही तत्काल पार्किंग प्लान चेंज किया व हरिफाटक मन्नत गार्डन व इंपीरियल के पास सड़क किनारे गाड़ियां पार्क कराई। वहीं आगर रोड, बड़नगर-बदनावर समेत नागदा मार्ग से आने वाले वाहनों को मुल्लापुरा-शंकराचार् य चौराहा पर सड़क किनारे पार्क कराना पड़ा। हालांकि इससे पुलिस की मशक्कत बढ़ गई। भीड़ इतनी अधिक थी कि सवारी के समय तो शहर में कई मार्ग पर जाम लग गए।

पार्किंग स्थलों पर कीचड़ के चलते मुख्य मार्गों पर सड़क किनारे पार्किंग कराने पर ताकत झोंकना पड़ी, इसमें काफी मशक्कत हुई। सोमवार को उक्त मार्गों पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इधर बेगमबाग से माधव सेवा न्यास मार्ग के रास्ते वीआईपी व पुलिस-अफसरों के लिए आने-जाने की सुविधा थी। यहां इतने अधिक वीआईपी वाहन इकट्ठा हो गए कि जाम लग गया।

संभागायुक्त से लेकर नगर निगम व पुलिस-प्रशासन के कई अधिकारियों की गाड़ियां यहां से रेंगते हुए निकली। वहीं इस बीच सवारी को आने वाली भजन मंडली व कलाकारों के लिए भी यहीं मार्ग था उन्हें भी बेगमबाग से माधव सेवा न्यास के रास्ते मंदिर तक पहुंचने में काफी जद्दोजहद करना पड़ी। ट्रैफिक थाना प्रभारी दिलीपसिंह परिहार के मुताबिक आठ से नौ लाख लोग शाम तक आए व बारिश से पार्किंग स्थलों पर कीचड़ होने से सड़क किनारे पार्किंग मुहैया करवाई गई। भीड़ काफी अत्यधिक थी, फिर भी सारे इंतजाम वैकल्पिक प्लान के तहत किए गए।

विधायक नाराज, मंदिर पहुंचकर बोले- सभी वीआईपी का प्रवेश बंद करवा दो

नागचंद्रेश्वर दर्शन के लिए प्रशासन ने बड़ी संख्या में पास जारी किए थे। चारधाम, भील समाज की धर्मशाला से प्रवेश की व्यवस्था थी लेकिन सुबह से शाम तक वे ऐसे पासधारी मंदिर में प्रवेश के लिए मशक्कत करते रहे। बड़ी संख्या में शिकायत आने पर विधायक शाम 6 बजे मंदिर पहुंचे। उन्होंने व्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई। भास्कर से चर्चा में बताया कि प्रशासन ने पहले पास जारी कर दिए उन्हीं लोगों को प्रवेश से रोका जा रहा है। इससे तो बेहतर है कि सभी वीआईपी का प्रवेश ही बंद करवा दिया जाए।

जेब कटी, मोबाइल व चेन भी चोरी हुई

भीड़ का फायदा उठाकर बदमाशों ने कई लोगों की जेब काट दी, उनके पर्स के अलावा मोबाइल व सोने की चेनों पर भी हाथ साफ किए। पुलिस ने भीड़ में इस बार आठ संदिग्ध महिलाओं व आठ से दस संदिग्ध पुरुष पकड़े गए। सोमवार को क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और पुलिस थानों की टीम ने आठ सदस्यीय महिलाओं की गैंग को संदेह के चलते हिरासत में लिया, जिनसे पूछताछ की जा रही है। सीएसपी ओपी मिश्रा ने बताया महाकाल थाने में शाम तक 10 से 12 लोगों ने चोरी के आवेदन ​दिए है, जिसमें जांच करवा रहे है।

दोपहर बाद रेलवे स्टेशन पर बढ़ा दबाव, आरक्षित कोच में भी जनरल टिकट वाले यात्रियों की भीड़

श्रावण सोमवार, श्रीमहाकालेश्वर की सवारी और नागपंचमी का संयोग एक ही दिन होने के कारण सोमवार को शहर में श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव अचानक से बढ़ गया। रेलवे स्टेशन पर दोपहर के बाद यात्रियों की भीड़ बढ़ने लगी। स्पेशल ट्रेनें चलाए जाने के बावजूद भीड़ का अतिरिक्त दबाव बना रहा।

श्रावण सोमवार और नागपंचमी चलते रेलवे की ओर से उज्जैन-भोपाल के बीच 21 अगस्त से अनारक्षित स्पेशल ट्रेन भी शुरू की गई। इसके अलावा इंदौर से भी नईदिल्ली के लिए दो जोड़ी स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत की गई। जिसका उज्जैन रेलवे स्टेशन पर भी ठहराव दिया गया, ताकि यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को समायोजित किया जा सके।

हालांकि इसके बावजूद रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ नजर आई। स्टेशन पर आने वाली लगभग सभी ट्रेनें फुल रही। वहीं ट्रेनों में आरक्षित श्रेणी के कोच में भी जनरल टिकट वाले यात्रियों की भीड़ बनी रही। शाम 5 से 7 बजे के बीच लंबी दूरी की ट्रेनें आने की वजह से प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की रेलमपेल मची रही। ट्रेनों के इंतजार में प्लेटफॉर्म और रेलवे स्टेशन के बाहर ही कई यात्रियों ने डेरा डाल दिया।

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