प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया ‘महाकाल लोक’ का लोकर्पण

महाकाल की नगरी में  नमो-नमो

उज्जैन के लिए आया एक और ऐतिहासिक अवसर ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जब उज्जैन में ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के नए परिसर ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण किया, तो चारों ओर इसी जयघोष की गूंज सुनाई दी। रक्षा सूत्र (कलावे) से बनाए गए 15 फीट ऊंचे शिवलिंग की प्रतिकृति से मोदी ने रिमोट के जरिए जैसे ही आवरण हटाया, अध्यात्म का यह नया आंगन सभी के लिए खुल गया।

 

 

‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले गर्भगृह में नंदी को प्रणाम कर महाकाल के दर्शन किए। महाकाल को चंदन, मोगरे और गुलाब की माला अर्पित कर जनेऊ चढ़ाया। ड्राइफ्रूट्स और फल का भोग भी लगाया। दक्षिणा अर्पित की। वे संध्या आरती में भी शामिल हुए। इसके बाद महाकाल के दक्षिण दिशा में बैठकर रुद्राक्ष की माला से 3 मिनट तक जप करते हुए ध्यान लगाया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से अहमदाबाद से इंदौर पहुंचे .यहां गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, मंत्री तुलसी सिलावट, कैलाश विजयवर्गीय ने उनका स्वागत किया।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हेलिकाप्टर से उज्जैन पहुंचे .सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्वागत किया।

मोदी की एक झलक पाने और भाषण सुनने के लिए हजारो की संख्या में लोग पहुँच गए है.पीएम मोदी की एक झलक पाने के लिए लोगों की उमड़ी भीड़ को देखा जा सकता है जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे और युवा शामिल है.

उज्जैन। अवंतिका नगरी नमो..नमोमय हो गई है। उज्जैन के लिए एक और ऐतिहासिक अवसर ‘महाकाल लोक’ के लोकार्पण के तौर पर आया है। मंगलवार को 350 करोड़ की लागत से निर्मित प्रथम चरण भगवान शिव के भक्तों का समर्पित किया जाएगा।

महाकाल मंदिर के नवविस्तारित क्षेत्र ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण करने मंगलवार को उज्जैन आ रहे। तय कार्यक्रम अनुसार प्रधानमंत्री शाम 5.30 बजे उज्जैन आएंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और राज्यपाल मंगु भाई पटेल होंगे।

पीएम महाकाल मंदिर में पूजन कर शाम 6.15 बजे नंदी द्वार पहुंच ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण करेंगे। साधु-संतों का अभिनंदन करेंगे। शाम 7.10 बजे प्रधानमंत्री कार्तिक मेला मैदान पहुंच सांस्कृतिक प्रस्तुति देखेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। गायक कैलाश खैर स्वरचित महाकाल स्तुति गान विमोचन करेंगे। इसके बाद पीएम इंदौर रवाना हो जाएगे। प्रधानमंत्री यात्रा के चलते शहर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था हैं।प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल और आवागमन मार्ग पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया है।

निर्गम रैम्प से पहुंचेंगे नंदी हाल

प्रधानमंत्री नैवेद्य द्वार के सामने से होकर निर्गम रैम्प से नंदी हाल पहुंचेंगे। वे गर्भगृह में पूजन के लिए जाएंगे। पूजन उपरांत वापस निर्गम रैम्प से होकर मंदिर परिसर में ओंकारेश्वर मंदिर के सामने आएंगे। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि प्रधानमंत्री मंदिर परिसर में कितना समय व्यतीत करेंगे। एसपीजी ने प्रधानमंत्री के आने-जाने के मार्ग के साथ ही परिसर में संभावित भ्रमण तक की व्यवस्थाएं देखी है।

शिप्रा नदी में दीपदान

कार्तिक माह के दौरान पवित्र नदियों-सरोवरों में दीपदान की मान्यता और महत्व है। इसें ध्यान में रखकर पीएम के हाथों मोक्षदायनी शिप्रा में दीपदान कराने के कार्यक्रम पर भी विचार किया जा रहा है। पीएम के महाकाल मंदिर से सभा स्थल कार्तिक मेला ग्राउंड जाने का मार्ग शिप्रा तट के समीप से होने के कारण पीएम मां शिप्रा को पुष्प अर्पित कर दीपदान कर सकते हंै। हालांकि कौन से घाट पर यह आयोजन होगा यह अभी तय नहीं हुआ है। प्रारंभिक रूप से कार्यक्रम जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है।

गर्भगृह में ध्यान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फायनल मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम अभी नहीं आया है। मोदी भगवान महाकाल की पूजा-अर्चना के लिए मंदिर के गर्भगृह में पहुंचेगें। पीएम की भगवान शिव में गहरी आस्था है। देशभर में पीएम अभी तक जिन देवालयों में गए वहा उन्होंने ध्यान लगाकर प्रार्थना की है। लिहाजा माना जा रहा है कि पीएम महाकाल दर्शन पूजन के बाद गर्भगृह में ही बैठकर ध्यान लगाएंगे। इसके लिए इंतजाम भी रहेंगे।

महाकाल लोक के अनेक स्थानों के नाम अंग्रेजी से हिन्दी किए

 

 

उज्जैन। महाकाल लोक के लोकार्पण से पहले परिसर के अलग-अलग हिस्सों के नामों को लेकर उलझी सरकार ने नाम बदलने का फैसला किया है। नामों को अंग्रेजी की बजाय हिन्दी (वैदिक) में करने के बाद विधिवत पोस्टर जारी किया है।

महाकाल लोक परिसर के अलग-अलग हिस्सों के नाम बदलने के जारी पोस्टर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा उज्जयिनी का गौरव लौटाने का हवाला देकर अंगे्रजी नामों को हिंदी में करने का जिक्र है। पोस्टर जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी किया गया है। महाकाल लोक के लोकार्पण के लिए तैयार उज्जैन नगरी में 11 अक्टूबर को ऐतिहासिक दिन होगा। यहां ३५० करोड़ से अधिक के महाकाल लोक के पहले चरण का लोकार्पण करने पीएम नरेंद्र मोदी पहुंच रहे हैं। लोकार्पण से दो दिन पहले मुख्यमंत्री के निर्देश पर महाकाल लोक परिसर के कई हिस्सों के नाम बदलकर हिंदी में किए।

संस्कृति मंत्री को आपत्ति थी

प्रदेश की संस्कृति, धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने जनवरी 2022में महाकाल कॉरिडोर के कार्यों का अवलोकन करते हुए परिसर के अलग-अलग हिस्सों के नाम अंग्रेजी में होने पर चिंता जाहिर करते हुए आपत्ति लेकर अधिकारियों को नाम हिन्दी या वैदिक संस्कृति परपंराओं के अनुसार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे।

इस खबर को ‘अक्षरविश्व’ ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। संस्कृति,धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर के समर्थक संजीव सिंह के अनुसार उस वक्त इस पर अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। लोकार्पण के चंद दिनों पहले मंत्री ठाकुर ने नामों पर गौर किया, तो नाम अंग्रेजी में थे। इसकी शिकायत और जानकारी मंत्री ठाकुर ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से की। सीएम ने इसे गंभीरता से लेकर अंग्रेजी नामों को हिन्दी में करने के सख्त निर्देश दिए, तो ताबड़तोड़ नामों को हिन्दी में किया गया।

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