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प्लांट निर्माण कार्य:एंटीबायोटिक का कच्चा माल अब केंद्र की कंपनी मध्यप्रदेश में ही बनाएगी, कर्नाटक की कंपनी उज्जैन में लगा रही प्लांट
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42 तरह की एंटीबायोटिक दवाएं बनाने में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल (इंटरमीडिएट, 7-एसीए) जिसका 100 फीसदी आयात चीन सहित अन्य देशों से किया जा रहा है, अब उसका उत्पादन मप्र में ही किया जाएगा। केंद्र सरकार से जुड़ी कर्नाटका एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल कंपनी इसका उत्पादन करेगी।
भारत के अलावा 25 देशों में भी यहां बने कच्चे माल का निर्यात किया जाएगा। उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी के फार्मा पार्क में कंपनी के प्लांट का काम शुरू हो गया है। करीब एक साल में काम पूरा होने के बाद जून-2024 से उत्पादन भी शुरू हो जाएगा।
- 350 करोड़ का निवेश, तीन हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
- जून-2024 से उत्पादन शुरू, 25 देशों में किया जाएगा निर्यात
उज्जैन में प्लांट निर्माण शुरू हो चुका
कंपनी के महाप्रबंधक (ड्रग) शैलेष कुमार ने बताया कि कंपनी यहां 350 करोड़ निवेश करेगी। जून-2024 से उत्पादन शुरू हो जाएगा। प्लांट में करीब 3 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
निर्भरता होगी कम आज भी 70% कच्चा माल चीन से
इंडियन फेडरेशन ऑफ फार्मा इंटरप्योनेर मप्र के वाइस चेयरमैन अमित चावला का कहना है कर्नाटका एंटीबायोटिक्स के मप्र में काम शुरू करने से एंटीबायोटिक दवाओं के कच्चे माल को लेकर यहां के उद्योगों की विदेश पर निर्भरता कम होगी। आज भी देश में 70 फीसदी दवाओं का कच्चा माल चीन सहित अन्य देशों से आ रहा है।
ऐसा है मप्र का फार्मा सेक्टर
- 180 से अधिक फार्मा इंडस्ट्री
- 01 लाख से अधिक लोगों को रोजगार
- 07 फीसदी उत्पादन देश के कुल उत्पादन में
- 150 से अधिक देशों में एक्सपोर्ट