- उज्जैन के इस मंदिर लगता है माता को मदिरा का भोग, महाअष्टमी पर कलेक्टर करते हैं नगर पूजा; ये है मान्यता
- शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी पर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने नगर पूजा, माता को मदिरा की धार चढ़ा कर किया आरती पूजन
- Ujjain: 13 अक्टूबर को मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम प्रस्तावित, विधायक और नगर निगम सभापति ने किया कार्यक्रम स्थलों का अवलोकन
- भस्म आरती: मावा चंद्र आभूषण अर्पित कर बाबा महाकाल का देवी स्वरूप में किया गया श्रृंगार!
- 13 अक्टूबर को उज्जैन आएंगे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, विभिन्न लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम प्रस्तावित; कलेक्टर एवं एसपी ने किया कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण, संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश
भांग चन्दन से भगवान महाकाल का श्रृंगार
श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज गुरुवार भस्म आरती के दौरान मंदिर के पट खुलते ही पंडे पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से कर पूजन अर्चन किया गया। भांग, चन्दन, सूखे मेवे, सिंदूर आभूषण से मनमोहक श्रृंगार किया गया। प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को चांदी का मुकुट और रुद्राक्ष व पुष्पों की माला धारण करवाई गई।
भस्मआरती में बाबा महाकाल का जटाधारी स्वरूप में श्रृंगार किया गया। जिसमें बाबा महाकाल के मस्तक पर चन्द्र और सूर्य को सजाया गया साथ ही जटाओं से मां गंगा भी निकली। श्रृंगार के बाद बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्म रमाई गई और भोग भी लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।