मूलधन से अधिक ब्याज दिया फिर भी ब्याजखोर कर रहे थे परेशान, मामला मेडिकल संचालक की आत्महत्या का

तीन पर केस, दो पहले ही मर चुकेउज्जैन। मेडिकल संचालक ने ब्याजखोरों से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी। महाकाल पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ धारा 306, 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया है। प्रवीण पिता बसंत चौहान (45) निवासी सांईधाम कॉलोनी ने 10 अक्टूबर की सुबह दोस्त को कॉल किया और उसके बाद नृसिंहघाट पुल से नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने प्रवीण चौहान का सुसाइड नोट जो कि पत्नी को संबोधित था बरामद किया। सुसाइड नोट मेंं लिखा है कि बहुत ऊंचे ब्याज पर कर्जा चुकाया है, फिर भी मूलधन वही का वही है। कई लोगों के पास खाली चैक पड़े हैं जो धमकाते हैं। मेरे बाद कोई भी रुपयों के लिये घर वालों को परेशान करता है तो मेरी आत्महत्या का जिम्मेदार होगा। सुसाइड नोट के पीछे बॉक्स में नाम लिखे हैं। पुलिस ने इसी सुसाइड नोट के आधार पर गिरधर मेडिकल वाला, राजेश सबलोक व एक अन्य अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।

 

छोटे भाई ने भी नृसिंहघाट से नदी में कूदकर आत्महत्या की

शनिवार को प्रवीण चौहान ने कर्ज से परेशान होकर जिस नृसिंहघाट पुल से नदी में कूदकर आत्महत्या की उसी पुल से उसके छोटे भाई पीयूष चौहान 38 वर्ष ने नदी में कूदकर आत्महत्या की। पीयूष ने आत्महत्या के पहले सोशल मीडिया के फेसबुक अकाउंट पर दो घंटों में तीन पोस्ट डाले थे जिनमें आत्महत्या का उल्लेख था। हालांकि पुलिस को अभी पीयूष का सुसाइड नोट नहीं मिला है।

 

जिनके खिलाफ प्रकरण उनकी हो चुकी मौत

मामले की जांच कर रहे एसआई गगन बादल ने बताया राजेश सबलोक प्रापर्टी ब्रोकर था। धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने जेल भेजा और जेल में उसकी पिछले वर्ष मौत हो चुकी है, बताया जाता है कि गिरधर मेडिकल वाला भी मर चुका है। एक अन्य अज्ञात व्यक्ति जिसकी जानकारी अब तक पुलिस को भी नहीं है। मृतकों के मृत्यु प्रमाण पत्र जुटा रहे है। अन्य लोगों के नाम बाद में पता चलेंगे।

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