- आज की सबसे बड़ी सुर्खियाँ | सिर्फ एक Click पर पाएं ताज़ा अपडेट्स | Ujjain Live
- महाकाल की नगरी में गूंजा 'जय हिंद', उज्जैन में कांग्रेस ने निकाली जय हिंद तिरंगा यात्रा; सेना के सम्मान में हुआ शक्ति प्रदर्शन!
- 25 मई से सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश, शुरू होगा नौतपा: 9 दिनों तक तपेगी धरती, फिर होगी झमाझम बारिश!
- मध्यप्रदेश में ट्रांसफर पॉलिसी लागू होते ही नेताओं के दफ्तरों में लगी भीड़, उज्जैन सांसद ने लगवाया ‘नो ट्रांसफर रिक्वेस्ट’ बोर्ड!
- धार्मिक श्रद्धा और आस्था से ओतप्रोत नौका विहार उत्सव का इस्कॉन मंदिर में हुआ शुभारंभ, भगवान राधा-कृष्ण कर रहे हैं चंदन से शीतल नौका विहार; सात दिन तक चलेगा अलौकिक उत्सव
शनिवार भस्म आरती दर्शन:सूखे मेवे, रजत चंद्र और चंदन से भगवान महाकाल का दिव्य श्रृंगार

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार तड़के भस्म आरती के दौरान अल सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। भगवान महाकाल का जल से अभिषेक कर दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन के बाद मस्तक पर रजत चंद्र, भांग, सूखे मेवे, चंदन और आभूषणों से भगवान महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया गया।
मस्तक पर रजत चंद्र, शेषनाग का रजत मुकुट धारण कर रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला अर्पित की गई। सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की भगवान ने।नवीन वस्त्र अर्पित कर फल और मिष्ठान का भोग लगाया भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी। मान्यता है की भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते है।