- मंत्री श्री सिलावट ने सभामंडप एवं रामघाट पर किया भगवान महाकालेश्वार का पूजन
- सौर ऊर्जा को घर-घर तक पहुँचाना है लक्ष्य हमारा - मंत्री श्री शुक्ला
- भारतीय सेना, दुनिया की बेहतरीन सेनाओं में से एक : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- सजग रहकर आमजन अतिवर्षा के नुकसान से बचें, बच्चों का रखें विशेष ध्यान : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
- राम वन गमन पथ, मंत्रियों के आवास के साज-सज्जा समेत 124 योजनाओं पर बिना अनुमति नहीं होगा भुगतान
शनिवार भस्म आरती दर्शन:सूखे मेवे, रजत चंद्र और चंदन से भगवान महाकाल का दिव्य श्रृंगार
![](https://ujjainlive.com/wp-content/uploads/2023/04/whatsapp-image-2023-04-15-at-54139-am-1_1681520687-1070x630.jpg)
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार तड़के भस्म आरती के दौरान अल सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। भगवान महाकाल का जल से अभिषेक कर दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन के बाद मस्तक पर रजत चंद्र, भांग, सूखे मेवे, चंदन और आभूषणों से भगवान महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया गया।
मस्तक पर रजत चंद्र, शेषनाग का रजत मुकुट धारण कर रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला अर्पित की गई। सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की भगवान ने।नवीन वस्त्र अर्पित कर फल और मिष्ठान का भोग लगाया भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी। मान्यता है की भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते है।