अधिक से अधिक किसान कम पानी वाली ही फसलें लें सब किसानों को सिंचाई के लिये पानी मिले जल उपयोगिता समिति की बैठक आयोजित हुई

इस वर्ष रबी मौसम मे जल संसाधन विभाग के अधीन आने वाली मध्यम, लघु एवं उद्वहन सिंचाई योजनाएं, बैराज और स्टापडेम से सभी किसानों को समान अनुपात में सिंचाई के लिये पानी उपलब्ध कराया जाये। यह निर्देश कलेक्टर संकेत भोंडवे ने शुक्रवार को आयोजित जिला स्तरीय जल उपयोगिता समिति की बैठक में दिये। कलेक्टर ने कहा कि इस रबी में किसानों को कम पानी में पकने वाली फसलों की बुवाई के लिये प्रेरित किया जाये। उन्होंने इसके लिये जल संसाधन विभाग के उपयंत्रियों को लक्ष्य भी आवंटित किये।

कलेक्टर संकेत भोंडवे ने किसानों से और खासतौर से जल उपयोगिता समिति के अध्यक्षों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक रकबे में कम पानी में पकने वाली फसलों को प्रोत्साहित करें। किसान अपनी फसल में जितना पानी सिंचाई के लिये लगे उतना ही उपयोग अनिवार्य रूप से करे। हर साल पानी की मांग बढ़ती चली जा रही है, इसलिये जल उपभोक्ता समिति की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है कि वह अपने कार्यक्षेत्र के किसानों को अधिक से अधिक प्रेरित कर चने, सरसों आदि का रकबा बढ़ायें। किसान सिंचाई के लिये नियमानुसार विद्युत मीटर लगवा कर ही अपने खेतों में सिंचाई के लिये पानी छोड़ें। कलेक्टर ने जिला स्तरीय जल उपयोगिता समितियों के अध्यक्षों से आग्रह किया है कि वह अपने-अपने कार्यक्षेत्र के किसानों की बैठकें आयोजित कर कम पानी वाली फसलें लेने का सन्देश दें। उन्होंने सम्बन्धित अनुविभागीय अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि वे भी अपने स्तर पर बैठकें आयोजित करें। पानी की चोरी हर हालत में न हो। इस पर अनिवार्य रूप से नियंत्रण होना आवश्यक है।

कलेक्टर ने बैठक में कहा कि प्रत्येक इंसान को यह समझना चाहिये कि पानी मेरे लिये नहीं, सबके लिये है। जितना पानी का उपयोग हो उतना ही उपयोग किया जाना चाहिये। बैठक में जिले के तालाबों से रबी सिंचाई का लक्ष्य निर्धारण किया। टेल से हेड की ओर सिंचाई व्यवस्था की जाये। बैठक में कलेक्टर ने नगर पालिका परिषद नागदा, बड़नगर और तराना द्वारा पेयजल की मांग पर भी चर्चा की गई। बैठक में राजस्व वसूली की चर्चा के दौरान कलेक्टर ने जल उपभोक्ता समिति के अध्यक्षों से अनुरोध किया कि वे राजस्व की बकाया वसूली में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। कलेक्टर ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे राजस्व वसूली जिले के बड़े किसानों से पहले की जाये। वसूली अनिवार्य रूप से किसानों से की जाये। कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग के उपयंत्रियों को वसूली हेतु लक्ष्य भी दिया। बैठक में जल उपयोगिता समिति के अध्यक्षों ने भी अपने सुझाव दिये। उन्होंने कलेक्टर को आश्वस्त किया कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्र के किसानों से अनुरोध करेंगे कि वह कम से कम पानी वाली फसलें लें।

 

 

Leave a Comment