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अब हमें घर से ही अलग करके देना होगा गीला और सूखा कचरा
उज्जैन । शहर का चयन अब स्वच्छता अभियान के अगले चरण के लिए हो गया है। केंद्र सरकार ने देश के 38 शहरों के बीच प्रतियोगिता रखी है। इसमें हमें सबसे पहले अपने घर से गीला और सूखा कचरा अलग कर नगर निगम के वाहन को देना होगा। 2 अक्टूबर को केंद्र सरकार शहरों की रैटिंग जारी कर सकती है। राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वे में देश में शहर को 12वां स्थान मिला है तथा पश्चिमी जोन में सबसे साफ शहर का तमगा भी मिला है। केंद्र सरकार अब यह चाहती है कि गीला और सूखा कचरा घरों से ही अलग-अलग होकर निगम के वाहनों को दिया जाए। इससे निगम का खर्च कम होगा। स्वच्छता मिशन के इस दूसरे चरण के लिए देश के 38 शहरों को शामिल किया है। इनमें प्रदेश के उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, रीवा और खरगौन शामिल हैं। इन शहरों में इसके लिए 5 जून से अभियान चलेगा। शहर को नंबर वन पर लाने के लिए www.swachhbharaturban.in पर जाकर pledge for segregation पर क्लिक कर अपना वोट दे सकते हैं।
निगम की तैयारी, हम भी करें मदद
निगम ने इस अभियान के प्रचार के लिए दो निजी एजेंसियों की मदद ली है, जो घर-घर जाकर नागरिकों को सिखाएंगे। गाड़ियों में गीला और सूखा कचरा अलग एकत्र करने की व्यवस्था कर दी है। हमें घरों में दो डस्टबिन रखना होगी। एक में सूखा यानी- प्लास्टिक, कांच, पॉलीथिन, ईंट, पत्थर आदि। दूसरे में गीला कचरा जैसे- कच्ची सब्जी, बचा भोजन आदि रखना होगा। निगम का वाहन आने पर उसे अलग-अलग कचरा देना होगा। स्वास्थ्य अधिकारी वीएस मेहते के अनुसार सोमवार को वार्ड 38 में नागरिकों को समझाइश दी गई है।
हम नंबर एक होंगे, हम ही तय करेंगे
38 में से कौन सा शहर नंबर वन होगा, यह नागरिक ही तय करेंगे। इसके लिए केंद्र सरकार की वेबसाइट पर हमें वोट भी देना है। वोट इस बात का कि हमने अपने घर में कचरे की छंटाई शुरू कर दी है, जिस शहर में सबसे पहले 100 प्रतिशत घरों में कचरा अलग-अलग करने की व्यवस्था लागू होगी, वही नंबर वन होगा।