आपके महापौर का ​​​​​​​स्मेटिना:टटवाल 18 दिन में 340 ताे परमार 21 दिन में 735 किमी लाेगाें से मिलने के लिए पैदल चले, दो बार सीएम का रोड शो

निकाय चुनाव काे लेकर बुधवार काे मतदान होना है। इससे पहले दोनों ही पार्टियां तय रणनीति के साथ लाेगाें से मिली। भाजपा का टाइम-टू-टाइम कार्यक्रम फिक्स, तो कांग्रेस का प्रतिदिन 3 से 4 वार्डों में मिलना हुआ। रणनीति के तहत रात में 1 बजे तक वन-टू-वन लोगों से मुलाकात की।

महापौर प्रत्याशी की आधिकारिक घोषणा के बाद कांग्रेस प्रत्याशी को 21 दिन प्रचार के लिए मिले तो वहीं भाजपा प्रत्याशी को 18 दिन। 54 वार्डों में 4 लाख 61 हजार 103 मतदाता के पास पहुंचने में दोनों प्रत्याशियों की यह रही स्ट्रेटजी..।

भाजपा…रोज 4 से 5 वार्ड घूमे, जहां आशंका वहां दोबारा गए

प्रत्याशी देर से घोषित होने पर भाजपा को तैयारी का कम समय मिला लेकिन टीम और मजबूत रणनीति से भाजपा प्रत्याशी मुकेश टटवाल 54 ही वार्डों में मतदाता तक पहुंचे। उनके साथ उच्च शिक्षा मंत्री माेहन यादव और विधायक पारस जैन सहित सांसद अनिल फिरोजिया भी वार्डों में घूमे। जनसंपर्क प्रभारी की भूमिका विशाल राजोरिया ने निभाई। टटवाल प्रतिदिन 17 किलाेमीटर पैदल चले और घंटों जनता के बीच रहे। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चाैहान दो बार आए, वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी रोड शो और सभा की।

इस स्ट्रेटजी से किया प्रचार

  • सुबह एक घंटे आठ से दस वरिष्ठ कार्यकर्ताओं व अन्य से मुलाकात।
  • सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक उत्तर विधानसभा के 2 से 3 वार्ड ।
  • 2 से 4 बजे तक विश्राम।
  • 4 बजे बाद दक्षिण के 2 वार्ड पहुंचे।
  • 8 बजे बाद कोर कमिटी की बैठक, खामी पर चर्चा और अगले दिन की रणनीति।

कांग्रेस… प्रत्याशी की अलग टीम, नेता वार्डों में सक्रिय रहे

दूसरी ओर कांग्रेस ने अलग रणनीति पर काम किया। कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार टीम के साथ वार्डों में घूमे तो शहर के पूर्व विधायक बटुकशंकर जोशी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया ने वार्डों पर अलग से फोकस किया।

वह प्रत्याशी के साथ कम रहे, वहीं अलग से वार्डों में अपनी टीम के साथ घूमे। बड़े नेताओं में पूर्व सीएम व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सभा की, वहीं पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने भी सभा ली। इसके अलावा कांग्रेस प्रत्याशी परमार का पहले टिकट फाइनल होने से प्रचार का ज्यादा समय मिला।

इस स्ट्रेटजी से किया प्रचार

  • सुबह 5 बजे उठना, मॉर्निंग वॉक के साथ लोगों से मुलाकात का सिलसिला शुरू।
  • रोज 3 व 4 वार्डों में लोगों से संपर्क।
  • प्रतिदिन 8 से 10 बैठकें।
  • खाने का शेड्यूल तय नहीं, कभी गाड़ी में तो कभी कार्यकर्ता के घर।
  • 11 बजे बाद वन–टू-वन लोगों से मुकाकात, जो देर रात तक चलती।

Leave a Comment