उज्जैन:नदी में डूबने से मामा-भांजे की मौत

उज्जैन।:भोपाल में रहकर पीएससी की तैयारी कर रहे सागर और बीना के मामा-भांजे की दत्त अखाड़ा घाट पर नदी में डूबने से अल सुबह मौत हो गई। दोनों युवक इंदौर के लिये ट्रेन से निकले थे और उज्जैन स्टेशन पर उतरकर देवदर्शन करने आ गये। महाकाल मंदिर जाने से पहले दोनों नदी में नहाने के दौरान गहरे पानी में डूब गये।
दिग्विजय सिंह पिता नत्थूसिंह 25 वर्ष निवासी रूसल्ला बीना और कुलदीप ठाकुर पिता बाबू जयप्रकाश 20 वर्ष निवासी सिहोरा सागर मामा-भांजे थे और भोपाल में रहकर पीएससी की तैयारी कर रहे थे। दोनों युवक इंदौर जाने के लिये भोपाल से पैसेंजर ट्रेन में बैठे। उज्जैन स्टेशन पर ट्रेन रुकी तो दोनों ने देवदर्शन का मन बनाया और यहीं ट्रेन से उतर गये। अल सुबह दोनों शिप्रा नदी दत्त अखाड़ा घाट पहुंचे, यहां घाट पर अपना बैग रखकर नदी में नहाने उतर गये।

दोनों को पानी की गहराई का अनुमान नहीं था और वह तैरना भी नहीं जानते थे इस कारण गहरे पानी में डूब गये। घाट पर मौजूद लोगों ने उन्हें पानी में डूबते देखा जिसकी सूचना होमगार्ड तैराक दल को दी। तैराक दल के सदस्यों ने गहरे पानी से दोनों को निकाला लेकिन दिग्विजय की मृत्यु हो चुकी थी जबकि कुलदीप की सांसें चल रही थीं। होमगार्ड के जवानों ने कुलदीप के पेट से पानी निकालकर उसे बचाने की कोशिश की लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसने भी दम तोड़ दिया।

6 माह पहले हुई थी मामा की शादी
कुलदीप ठाकुर के भाई विजयसिंह ने बताया कि कुलदीप के पिता खेती करते हैं और वह इकलौता पुत्र था जबकि मामा दिग्विजय की शादी 6 माह पहले हुई थी। दोनों भोपाल में रहकर पीएससी की तैयारी और कोचिंग करते थे।

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