- नव वर्ष पर महाकाल मंदिर में भक्तों ने दिल खोलकर किया दान, भगवान को अर्पित किए रजत अभिषेक पात्र और मुकुट
- भस्म आरती: पंचामृत से अभिषेक के बाद किया गया बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
- कोहरे में भी नहीं थमी भक्ति! भक्ति और उत्साह से हुआ मध्यप्रदेश में नए साल का स्वागत...
- भस्म आरती: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में नववर्ष का उत्सव, बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार कर चढ़ाई गई भस्म!
- साल के आखिरी दिन महिदपुर में पसरा मातम: उज्जैन के पास महिदपुर रोड पर पिकअप पलटी, तीन की मौत; कई घायल
उज्जैन:भादौ मास में निकली बाबा महाकाल की पहली सवारी
सोमवार शाम 4 बजे लाव लश्कर के साथ बाबा महाकाल नगर भ्रमण निकले। भगवान महाकाल ने चांदी की पालकी में मनमहेश व हाथी पर चंद्रमौलेश्वर रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन दिए।
सवारी बड़ा गणेश, हरसिद्धि चौराहा, सिद्ध आश्रम के सामने से होते हुए सवारी मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंची। यहां महाकाल पेढ़ी पर पुजारी भगवान महाकाल का शिप्रा जल से अभिषेक कर पूजा-अर्चना की। पूजन पश्चात सवारी हरसिद्धि की पाल होते हुए शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर के सामने से पुनः महाकाल मंदिर पहुंची।
महाकाल मंदिर समिति ने भक्तों के लिए लाइव दर्शन की व्यवस्था की थी। अब अगले सोमवार 17 अगस्त को भगवान महाकाल की शाही और अंतिम सवारी परंपरागत मार्ग से निकाली जाएगी।