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उज्जैन:वेधशाला में बन रही साइंटिफिक नक्षत्र वाटिका
राशियों में नक्षत्र की स्थिति और 8 ग्रह दिखेंगे जमीन पर
ब्रम्हाण्ड में होने वाली खगोलीय घटनाओं, ज्योतिषीय गणनाओं के केन्द्र जंतर मंतर वेधशाला में साइंटिफिक नक्षत्र वाटिका का निर्माण चल रहा है। निर्माण पूर्ण होने के बाद यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को अपने नाम की राशि में नक्षत्र की स्थिति और सूर्य के आसपास भ्रमण करने वाले 8 ग्रहों की जानकारी जमीन पर मिलेगी। यहां वल्र्ड क्लॉक का निर्माण भी हो रहा है।
वेधशाला अधीक्षक राजेन्द्र गुप्त ने चर्चा में बताया कि सूर्य के आसपास भ्रमण करने वाले 8 ग्रहों को उन्हीं के ओरिजनल रंगों व आकार में बनाया जा रहा है। इसके अलावा स्टार ग्लोब और राशि व नक्षत्र बताने के लिये जमीन पर ब्रम्हाण्ड की आकृति निर्मित की जा रही है। इसमें 12 राशियां व 27 नक्षत्र बनाये जा रहे हैं। वल्र्ड क्लॉक भी बनाई जाएगी। वेधशाला में प्राचीन काल से खगोलीय घटना व ज्योतिषीय गणनाओं के लिये अनेक यंत्र लगे हुए हैं। यहीं से मौसम की जानकारी, हवा की गति, ग्रहों की स्थिति पर नजर रखी जाती है। देश में उज्जैन के अलावा जयपुर व दिल्ली में भी वेधशाला स्थित है जिनका निर्माण महाराजा जयसिंह द्वारा कराया गया था। साइंटिफिक नक्षत्र वाटिका का निर्माण पूर्ण होने के बाद इसे पर्यटकों के लिये खोला जायेगा। ज्योतिष के अलावा ग्रह, नक्षत्रों में रूचि रखने वालों के लिये यह आकर्षण का केन्द्र होगा।
लॉकडाउन की वजह से निर्माण रुका
साइंटिफिक नक्षत्र वाटिका का निर्माण कार्य जनवरी 2020 में शुरू हुआ था और अब तक इसका निर्माण पूर्ण हो जाना था। निर्माण कार्य की नोडल एजेंसी वन विभाग है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से अधूरा निर्माण कार्य रह गया। अब अनलॉक-1.0 में पुन: निर्माण कार्यों की अनुमति प्राप्त होने के बाद काम शुरू कर दिया गया।