उज्जैन के मौसम में अब गुलाबी सर्दी घुलती जा रही है। सुबह से लेकर रात तक के मौसम में बदलाव आ गया है। अब देरी से होने वाली सुबह के कारण दिनचर्या में भी बदलाव आ गया है। सुबह हल्की ठंड के बाद दिन में धूप भी अब चुभती नहीं है। तो दिन जल्दी ढल जाने की वजह से शाम के समय भी सर्दी लगने लगती है। पिछले कुछ दिनों से शहर के तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। सोमवार को भी शहर का तापमान 18 डिग्री रहा। जबकि रविवार को 17.4 डिग्री था। इसी तरह अधिकतम तापमान में भी घटकर 30 डिग्री के नीचे पहुंच गया है। रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री रेकॉर्ड किया गया। जबकि 10 दिन पहले तक दिन में तापमान 35 डिग्री से आगे निकल गया था। मौसम विभाग के मुताबिक अब सूर्योदय देरी से और सूर्यास्त जल्दी होने लगा है। सूर्यास्त का समय शाम 6 बजे के पहले होने लगा है। जबकि सूर्योदय का औसत समय 6.30 बजे के आसपास का है। इस वजह से दिन भी छोटे होने लगे हैं। इस बार अब तक 30 इंच बारिश – इस बार अक्टूबर में दो इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसके साथ ही शहर में अब तक 30 इंच बारिश हो चुकी है। हालांकि यह बारिश औसत 35.5 इंच से कम है। लेकिन मौसम विभाग का दावा है कि बारिश इस तरह से हुई है कि इस बार जलस्रोतों में पानी की कमी नहीं रहेगी। लबालब गंभीर बांध – गंभीर बांध आमतौर पर अक्टूबर माह में अपनी पूरी क्षमता 2250 एमसीएफटी से कम ही भरा रहता है। लेकिन इस बार अक्टूबर माह बीतने को है, लेकिन वह अभी भी लबालब भरा हुआ है। गंभीर बांध प्रभारी अशोक शुक्ला के मुताबिक बीच-बीच में हमें अभी भी बांध का एक गेट खोलना पड़ता है। क्योंकि आसपास के जलस्रोतों से लगातार पानी आ रहा है। दरअसल अक्टूबर माह में इंदौर व उज्जैन में जमकर हुई बारिश के कारण इंदौर के यशवंत सागर के गेट खोले जा रहे थे, इस वजह से उज्जैन के गंभीर बांध में बारिश कम होने के बावजूद भी पर्याप्त पानी आ गया है।

उज्जैन की केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में करवा चौथ का सामूहिक पूजन रखा गया। इसमें ऐसे कैदी शामिल हुए, जिनकी पत्नियां भी बंदी के रूप में महिला वार्ड में बंद हैं। 31 कैदियों की 32 पत्नियों ने व्रत रख पति की लंबी आयु की कामना की। इनमें से एक कैदी की दो पत्नियां शामिल थीं। पूजा के बाद पतियों ने पानी पिलाकर व्रत खुलवाया।

केंद्रीय जेल के डिप्टी जेलर सुरेश गोयल ने बताया कि करवा चौथ का दिन था और हमें पता लगा कि महिला जेल में ऐसी महिला बंदी बंद हैं, जिनके पति पुरुष वार्ड में ही हैं। इसी को लेकर हमने सामूहिक करवा चौथ के पूजन का आयोजन रखा था। सभी को जेल प्रशासन की ओर से थाली, पूजन सामग्री, दीया, छलनी और गुड़ उपलब्ध करवाया गया।

चांद निकलने तक की छूट नहीं दी

जेल में बंद कई पत्नी और पत्नी साथ सजा काट रहे हैं। इन्ही 31 कैदियों को करवा चौथ मनाने की परमिशन जेल प्रशासन ने दी, हालांकि जेल नियमों को लेकर जेल प्रशासन ने चांद निकलने तक की छूट नहीं दी थी। समय से पहले ही पूजन करवाकर कार्यक्रम सम्पन्न करवा दिया।

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