उज्जैन के स्कूलों में लौटी रौनक:स्कूलों में बजी घंटी, 300 में से 7 ही बच्चे पहुंचे

उज्जैन में 16 महीने बाद खुले स्कूलों में बच्चों की संख्या कम ही रही। स्कूलों में बच्चे नहीं के बराबर ही पहुंचे। कुछ बच्चों को स्कूूल प्रबंधन ने सहमति पत्र नहीं होने के कारण लौटा दिया। हालांकि यह उम्मीद की जा रही है कि दिनोंदिन स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ती जाएगी। निजी स्कूल संचालकों ने कहा कि वे नहीं चाहते कि दोबारा स्कूल बंद हों, इसलिए संक्रमण की रोकथाम के पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं।

उज्जैन में पुलिस लाइन स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय में 6 से 8वीं तक करीब 300 बच्चे हैं। लेकिन इनमें से तीनों कक्षाओं के कुल 7 बच्चे ही पहुंचे। प्रधानअध्यापक इंद्रवीरसिंह तोमर ने बताया कि लगभग डेढ़ साल बाद स्कूल खुले हैं तो कई लोगों को इसकी जानकारी ही नहीं है। स्कूल से बच्चों के पैरेंट्स को फोन पर सूचना दे रहे हैं, ताकि वे बच्चों को स्कूल भेज सकें। पैरेंट्स और बच्चों को कोरोना गाइडलाइन के बारे में भी समझा रहे हैं ताकि वे भी इससे सतर्क रहें। इधर, कई निजी स्कूल आज नहीं खुल सके

अधिकांश स्कूल संचालकों का मानना है कि एक बार बच्चों के पैरेंट्स से चर्चा की जाए। स्कूल प्रबंधन अभी इन्हीं तैयारियों में जुटा है। दरअसल निजी स्कूलों के सामने क्लास के अलावा ऑनलाइन क्लास लेने की भी चुनौती है। दोनों को एक साथ मैनेज करना उनके लिए मुश्किल हो रहा है। तोमर ने बताया कि स्कूल आने के बाद बच्चे कोरोना को लेकर और शिक्षित ही होंगे। उन्हें यहां डरने की इसलिए जरुरत नहीं है क्योंकि शतप्रतिशत स्टाफ वैक्सीनेटेड है। इतना ही नहीं हम स्कूल में उन्हीं बच्चों को प्रवेश दे रहे हैं जिनके माता-पिता ने कोरोना का कम से कम एक डोज लगवा लिया हो। स्कूल में प्रवेश के बाद बच्चों के हाथ सैनिटाइज कराए जा रहे हैं। तोमर ने कहा पहले दिन कुछ और बच्चे भी आए थे, लेकिन उनके पास माता-पिता का हाथ से लिखा हुआ सहमति पत्र नहीं था। इससे हमें यह पता नहीं लग पा रहा था कि कौन से बच्चों के माता-पिता या पारिवारिक सदस्य वैक्सीनेटेड हैं अथवा नहीं। ऐसे सभी बच्चों ने एक-दो दिन से स्कूल शुरू करने का कहा है।

पैरेंट्स के साथ करेंगे मीटिंग, तब अगले सप्ताह से खोलेंगे स्कूल

उज्जैन पब्लिक स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी विवेक शर्मा ने बताया कि स्कूल खोलने के पहले हम पैरेंट्स के साथ मीटिंग करेंगे। पैरेंट्स की सहमति के बाद ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा। हमें उम्मीद है कि अगले सप्ताह से स्कूल शुरू हो जाएंगे।

एक सप्ताह में 50 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे आने लगेंगे –

संभागीय अशासकीय शाला संगठन के अध्यक्ष एसएन शर्मा ने बताया कि कई आज अधिकांश निजी स्कूल खुले हैं। हालांकि पहले दिन बच्चों की संख्या कम ही रही। लेकिन कई पैरेंट्स ने स्कूलों में जाकर पूछताछ की है और वे सहमति पत्र भी ले गए हैं। इससे उम्मीद की जा रही है कि अगले सप्ताह तक स्कूल में बच्चों की संख्या 50 फीसदी या इससे अधिक हो जाएगी। शर्मा ने कहा हम नहीं चाहते कि स्कूल दोबारा बंद हों। इसलिए पूरी सावधानी रखी जा रही है। कोविड-19 गाइडलाइन के तहत स्कूलों को रूम सैनिटाइज कराने के लिए कहा है। साथ ही एक बैंच पर एक को बैठाएंगे और हाथ धुलवाएं, मास्क नहीं हटाने देंगे।

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