उज्जैन में मतगणना के लिए सात कक्षों में रखीं 98 टेबल, निगरानी के लिए लगाए कैमरे

उज्जैन। विधानसभा चुनाव परिणामों की घोषणा शांतिपूर्ण तरीके से करने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। इन इंतजामों को शुक्रवार दोपहर नईदुनिया ने मतगणना स्थल शासकीय उज्जैन इंजीनियरिंग कालेज पहुंच टटोला तो पाया 3 दिसंबर को मतगणना कराने के लिए विधानसभावार सात कक्षों में 14-14 टेबलें रखी गई हैं। निगरानी के लिए हर कक्ष के प्रत्येक कोने पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं।

मतगणना स्थल की 100 मीटर परिधि में बैरिगेट लगाए हैं, ताकि इस क्षेत्र में बगैर सक्षम स्वीकृति पत्र के कोई प्रवेश न कर पाए। इन बेरिकैड्स के बीच एंबुलेंस को छोड़ शेष हर तरह के वाहन और 500 मीटर की परिधी में धरना, सभा, प्रदर्शन, रैली, आतिशबाजी करने पर प्रतिबंध लगा रखा है। जिन कक्षों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन रखी हैं, उसके बाद केंद्रीय, राज्य और स्थानीय सुरक्षा बल तैनात है।

मतगणना केंद्र में कोई भी मोबाइल न ले जा सके, इसके लिए बाहर चार स्थानों पर मोबाइल कलेक्शन सेंटर बनाने की तैयारी है। गणना अभिकर्ता, चुनाव प्रत्याशियों, मतगणना में लगे अधिकारी-कर्मचारियों के मतगणना कक्षों में जाने के लिये अलग-अलग व्यवस्था की गई है।

साथ ही फ्लेक्स लगाकर एरो के माध्यम से सूचित किया गया है। निर्वाचन कार्यालय ने बताया कि उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण, तराना, बड़नगर, महिदपुर के चुनाव प्रत्याशियों, गणना अभिकर्ताओं का प्रवेश देवास-इंदौर रोड के बीच कालेज पहुंच के लिए जो पीछे का रास्ता बना है वहां से प्रवेश कर पाएंगे।

घट्टिया, नागदा-खाचरौद विधानसभा के चुनाव प्रत्याशी एवं गणना अभिकर्ता कालेज के सामने से होते हुए समीप बने रास्त से प्रवेश कर पाएंगे। मतगणना के लिए पुलिसकर्मियों सहित लगभग एक हजार से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। प्रत्येक टेबल पर मतगणना माइक्रो आब्जर्वर, गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक और राजनैतिक दल के अभिकर्ता की निगरानी में होगी।

कलेक्टर के निर्देश- व्यवस्था में किसी भी प्रकार की चूक न हों

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कुमार पुरुषोत्तम ने शुक्रवार को मतगणना स्थल का निरीक्षण किया। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की चूक न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखें। आयोग के निर्देशों का कढ़ाई से पालन करें।

उन्होंने मतगणना कक्ष में लगे टीवी, फोटो कापी मशीन, कम्प्यूटर, विद्युत व्यवस्था को भी देखा। जहां कमी दिखी उसे पूरा करने के निर्देश दिए। निरीक्षण में जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीना, अपर कलेक्टर प्रीति यादव, नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी एमएस कवचे, एडीएम अनुकूल जैन, आरओ, पुलिस अधिकारी आदि मौजूद थे।

यह भी जानिये

– कोई भी व्यक्ति मतगणना केंद्र के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा जांच (फ्रिस्कींग) के बिना प्रवेश नहीं कर पाएगा।

– कोई भी व्यक्ति मतगणना केंद्र के भीतर माचिस, ज्वलनशील पदार्थ, लाईटर, अस्त्र-शस्त्र, मोबाइल आदि नहीं ले जा सकेगा।

– किसी भी प्रकार से मतगणना में बाधा पहुंचाना दण्डनीय होगा।

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