कहारवाड़ी में चौकीदार की चाकू से गोदकर हत्या

उज्जैन। बीती रात कहारवाड़ी में निर्माणाधीन मकान की चौकीदारी करने वाले युवक की अज्ञात बदमाशों ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी। चाकू लगने के बाद घायल युवक घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित होटल के बाहर घंटों पड़ा रहा और दो युवकों ने बाद में शव उठाकर गली में पटक दिया। होटल संचालक की सूचना पर महाकाल पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। कहारवाड़ी स्थित कसेरा समाज धर्मशाला की गली में युवक का शव पड़ा होने की सूचना धर्मशाला के सामने स्थित श्रीनिवास होटल संचालक रमेशचंद ने महाकाल पुलिस को दी। टीआई एमएस परमार, एफएसएल अधिकारी अरविंद नायक सहित पुलिस टीम ने जांच शुरू की। युवक के सीने व पेट में चाकू के घाव के निशान थे। मृतक के हाथ में आरएस गुदा हुआ था। सीएसपी आरके राय ने बताया मृतक की शिनाख्त रमेश निवासी कछारिया थाना झार्डा के रूप में हुई है।

होटल संचालक ने युवकों को दिया था पानी
रात 2 बजे के लगभग चाकू के वार लगने के बाद रमेश घटना स्थल से कुछ दूर स्थित होटल श्रीनिवास के बाहर पत्थर पर उलटा पड़ा था। होटल संचालक रमेशचंद को लगा कि कोई नशेड़ी पड़ा है इसलिये उन्होंने इस पर अधिक ध्यान नहीं दिया। सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग के अनुसार रमेश घायल अवस्था में होटल के बाहर पत्थर पर उलटा गिरा था। कुछ देर बाद एक युवक आया और उसकी पेंट की जेब से मोबाइल और पर्स निकालकर चला गया। इसके करीब 15 मिनट बाद तीन युवक यहां पहुंचे। होटल संचालक से बातचीत की और पानी की बोतल मांगी। रमेश को पानी भी पिलाने का प्रयास भी किया जिसके बाद होटल संचालक रमेशचंद कांच का दरवाजा बंद कर काउंटर के पास जाकर सो गये।

ऐसे हुई शिनाख्त
रमेश निवासी कछारिया थाना झार्डा की शिनाख्त कहारवाड़ी में निर्माणाधीन मकान के मालिक गुरवचनसिंह सरदार द्वारा की गई। गुरवचन सिंह ने पुलिस को बताया कि रमेश पिछले 3-4 माह से उनके निर्माणाधीन मकान की चौकीदारी करता था। मकान निर्माण का कार्य कय्यूम ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है। पुलिस द्वारा झार्डा पुलिस से संपर्क कर रमेश के परिजनों को सूचित किया गया है।

मुंह पर कपड़ा बांधकर गली में पटकी शव
कैमरे की रिकार्डिंग के अनुसार होटल संचालक दरवाजा बंद कर होटल में सोने चले गये। कुछ देर बाद रमेश को पानी पिलाने वाले युवकों ने मुंह पर कपड़ा बांधा और एक युवक ने रमेश के पैर व दूसरे ने हाथ पकड़कर उठाया व कसेरा धर्मशाला की गली में शव पटक दिया।

… तो बच जाती जान
पुलिस का कहना है रात 2 बजे बाद से घटनाक्रम शुरू हुआ। होटल संचालक ने रमेश को उलटा पड़ा देखा लेकिन यह जानने का प्रयास नहीं किया कि वास्तव में वह नशे में है या किसी बीमारी या दुर्घटना के कारण उलटा पड़ा है। यदि होटल संचालक द्वारा रात में ही पुलिस को सूचना दे दी जाती तो रमेश की जान बच सकती थी, क्योंकि गंभीर घायल अवस्था में भी वह काफी देर होटल के बाहर उलटा पड़ा था।

संदिग्ध हिरासत में
महाकाल पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस सूत्र बताते हैं क्षेत्र में अवैध शराब व झिंझर का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है और नशे के कारोबारियों द्वारा ही संभवत: हत्या की वारदात को अंजाम दिया होगा। दो युवकों को हिरासत में लेकर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। हालांकि रमेश के शव को उठाकर गली में पटकने वाले युवक कैमरे में कैद हो चुके हैं।

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