क्लीन शिप्रा के लिए जुटे निगमकर्मी

क्लीन शिप्रा के लिए मंगलवार सुबह ५ बजे से नगर निगम के ४५ कर्मचारी विभिन्न घाटों की सफाई के लिए जुटे। रामघाट से दत्तअखाड़ा, नृसिंह घाट व सुनहरी घाट तक कर्मचारियों ने कई गाडिय़ां भरकर कचरा निकाला। इस दौरान नदी से कचरा निकालकर घाट पर डाला गया और नगर निगम के वाहन उसे उठाकर ले गए। दरअसल कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर शहर सहित देशभर से लाखों श्रद्धालु शिप्रा में स्नान करने के लिए पहुंचे थे। यहां पूजन कर नदी में ही नारियल, फूल व अन्य पूजन सामग्री प्रवाहित की गई। शाम को भी महिलाओं ने दीपदान किया।

जिसके बाद मंगलवार को नदी की सफाई के लिए सुबह ५ बजे ही निगम कर्मचारी स्वास्थ्य अधिकारी बीएस मेहते के निर्देशन में रामघाट सहित अन्य घाटों पर पहुंचे और सफाई में जुट गए। नदी से कचरा निकालकर उसे घाटों पर डाला गया।

इसके बाद पहुंचे निगम के वाहन कचरा उठाकर ले जाते रहे। यह सिलसिला दोपहर तक चलता रहा। इस दौरान कई गाडिय़ां कचरा निकाला जा चुका था। स्वास्थ्य अधिकारी मेहते ने बताया विभिन्न घाटों पर सुबह से ही ४५ कर्मचारी सफाई कार्य में जुटे हैं। शाम तक शिप्रा को पूरी तरह साफ कर दिया जाएगा।

मछलियों के मरने की आशंका: रामघाट सहित विभिन्न घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने दीपदान किया। इन दीपक से जो तेल निकला वह नदी में फैल गया है। इससे पानी पर तेल की लेयर बन रही है। इससे मछलियों के मरने की भी आशंका है। तेल की लेयर बनने से ऑक्सीजन की मात्रा काफी कम हो जाती है व ऑक्सीजन नहीं मिलने से मछलियां मरने लगती हैं और ऊपर आ जाती हैं।

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