चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग के लिए महाकाल से प्रार्थना:भस्म आरती में चंद्रयान की तस्वीर लेकर पहुंचे श्रद्धालु; पहले अभिषेक किया था

चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के लिए उज्जैन में 14 जुलाई को अनुष्ठान-अभिषेक किया गया था। अब करीब 40 दिन बाद चांद की सतह पर चंद्रयान की लैंडिंग होने जा रही है। देश भर के लोग चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। इसके लिए उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान विशेष पूजन अर्चन किया गया।

पंडित यश गुरु ने बताया कि भस्म आरती के दौरान श्रद्धालु और भारतवासियों की मंशा अनुसार चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के लिए भगवान महाकाल का पूजन अभिषेक कर भस्म आरती लैंडिंग की उलटी गिनती शुरू होने के बाद विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग के लिए प्रार्थना की गई। इसरो चीफ डॉ. एस. सोमनाथ बीती 24 मई को उज्जैन आए थे। उन्होंने महाकालेश्वर सहित अन्य मंदिरों के दर्शन किए थे। इसरो प्रमुख ने महाकाल मंदिर में चंद्रयान 3 की सफलता के लिए कामना की थी।

श्रद्धालुओं ने चंद्रयान 3 की सफल लेंडिंग की कामना की। वे चंद्रयान की तस्वीरें लेकर मंदिर पहुंचे।
श्रद्धालुओं ने चंद्रयान 3 की सफल लेंडिंग की कामना की। वे चंद्रयान की तस्वीरें लेकर मंदिर पहुंचे।

चंद्रयान-3 की उल्टी गिनती शुरू

करीब चार साल बाद इसरो अधूरा काम पूरा करने जा रहा है। उल्टी गिनती जारी है। शाम 6 बजाकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर पहुंचेगा। लैंडर और रोवर चांद के एक दिन यानी धरती के 14 दिन के लिए एक्टिवेट हो जाएंगे। चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग में सफलता मिलते ही अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। हालांकि, रूस के चांद पर पहुंचने के मिशन को धक्का लगा है। वो सतह पर पहुंचने से पहले ही क्रैश हो गया था।

महाकाल की भस्म आरती के दौरान चंद्रयान का फोटो रखकर पूजन किया गया।
महाकाल की भस्म आरती के दौरान चंद्रयान का फोटो रखकर पूजन किया गया।

चंद्रयान मिशन के 3 लक्ष्य

चंद्रयान-3 के लैंडर की चांद की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग। इसके रोवर को चांद की सतह पर चलाकर दिखाना। वहां मौजूद एलिमेंट्स का वैज्ञानिक परीक्षण।

ये भी पढ़ें…

चंद्रयान-3 आज शाम 6:04 बजे चंद्रमा पर लैंड होगा:आखिरी 15 मिनट सबसे अहम

भारत के मून मिशन चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम आज शाम 6:04 बजे चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंड करेगा। फिर रैंप खुलेगा और प्रज्ञान रोवर इससे चांद की सतह पर आएगा। विक्रम लैंडर प्रज्ञान की फोटो खींचेगा और प्रज्ञान विक्रम की। इन फोटोज को पृथ्वी पर सेंड किया जाएगा। अगर भारत अपने इस मिशन में सफल रहा तो वो ऐसा करने वाला पहला देश होगा।

Leave a Comment