चार सत्रों में होगी प्रदेश कार्यसमिति की सेमी वर्चुअल बैठक, राष्ट्रीय अध्यक्ष करेंगे शुभारंभः रावत

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति की सेमी वर्चुअल बैठक 24 जून को प्रदेश कार्यालय में होगी। बैठक चार सत्रों में होगी और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे.पी.नड्डा केंद्रीय कार्यालय से प्रातः 11 बजे इसका शुभारंभ करेंगे। यह जानकारी पार्टी के प्रदेश महामंत्री श्री रणवीरसिंह रावत ने बुधवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए दी। प्रदेश महामंत्री श्री रावत ने मीडिया को बताया कि यह पहली बार है, जब पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक सेमी वर्चुअल होने जा रही है। इस बैठक में पार्टी के सभी कार्यसमिति सदस्य अपने-अपने जिलों के पार्टी कार्यालयों से सेमी वर्चुअली शामिल होंगे। राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्री शिवप्रकाश जी, मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी श्री मुरलीधर राव, प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा, संगठन महामंत्री श्री सुहास भगत, सह संगठन महामंत्री श्री हितानंद जी एवं अन्य पदाधिकारी प्रदेश कार्यालय में उपस्थित रहेंगे, जबकि केंद्रीय मंत्री श्री थावरचंद गहलोत, श्री फग्गनसिंह कुलस्ते, श्री नरेंद्रसिंह तोमर, श्री धर्मेंद्र प्रधान, श्री प्रहलाद पटेल, राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय एवं वरिष्ठ नेता श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ केंद्रीय कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। बैठक में होंगे चार सत्र श्री रावत ने बताया कि बैठक का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन एवं वंदे मातरम् के सामूहिक गान से होगा। मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे.पी.नड्डा जी बैठक का शुभारंभ करेंगे। इसके उपरांत पार्टी के दिवंगत नेताओं, कार्यकर्ताओं एवं समाजजनों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शोक प्रस्ताव लाया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा का अध्यक्षीय भाषण होगा तथा मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान सत्र का समापन करेंगे। श्री रावत ने बताया कि दूसरे सत्र में राजनीतिक प्रस्ताव के माध्यम से वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों एवं वातावरण में भारतीय जनता पार्टी की भूमिका पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही कोरोना काल में केंद्र सरकार, राज्य सरकार तथा पार्टी संगठन द्वारा किये गए कामों पर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी। इसके बाद के सत्र में सेवा ही संगठन अभियान-2 के अंतर्गत जिस तरह से पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी जान को खतरे में डालकर सेवा कार्य किए हैं, उन पर राष्ट्%A