जानिए, लाकडाउन के बाद शहर के किस जिम में क्या-क्या हुए बदलाव

कोरोना से बचने के लिए अपने आप को फिट रखना बहुत जरूरी है ताकि इम्युनिटी बेहतर रह सके। फिटनेस के लिए जिम सबसे बड़ा केंद्र है लेकिन कोरोना संक्रमण फैलने के बाद फिर से खुले जिम अब बहुत हद तक बदल चुके हैं। हर जिम में मास्क लगाना, थर्मल स्क्रीनिंग, हर बैच के बाद सैनिटाइज करने जैसे नियम तो हैं ही, इसके अलावा भी जिम संचालकों ने एहतियात के तौर पर कुछ अन्य नियम भी लागू किए हुए हैं। ताकि शरीर साधक सुरक्षित तरीके से व्यायाम कर सकें। वहीं कुछ जिम में फेस शिल्ड, हैंड ग्लब्स लगाना जैसे नियम भी लागू किए गए हैं। वहीं जिम में आने वाले साधकों की संख्या भी सीमित रखते हुए तय कर दी गई है। इन सब नियमों के बावजूद जिम में आने वाले साधकों की संख्या मात्र 20 से 40 प्रतिशत ही है।

 

स्वस्थ संसार व्यायाम केंद्र: हर साधक को दो नैपकीन लाना जरूरी

तरणताल स्थित स्वस्थ संसार व्यायाम केंद्र के संचालक शैलेंद्र व्यास स्वामी मुस्कुराके ने बताया हर बैच के बाद जिम को सैनिटाइज किया जाता है। व्यायाम की मशीनें भी दूर कर दी हैं। ताकि सोशल डिस्टेंस बना रहे। मास्क के साथ दो नैपकीन लाना अनिवार्य है। जिम के भीतर पहनने वाले शूज बैग में लाना अनिवार्य है। इसके बावजूद उपस्थिति केवल 20 प्रतिशत है।

 

हल्क जिम: फेस प्रोटेक्शन शिल्ड के साथ दस्ताने पहनना भी अनिवार्य

भागसीपुरा स्थित हल्क जिम के संचालक वसीम खान ने बताया जिम में फेस प्रोटेक्शन शिल्ड और हाथों में दस्ताने पहनना अनिवार्य है। गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है। एक समय में केवल 15 साधकों को एंट्री दे रहे हैं। जिम को रोज सैनिटाइज किया जा रहा है। मासिक फीस भी घटाकर 300 रुपए कर दी है। इसके बावजूद 300 में से 70-80 साधक ही जिम में आ रहे हैं।

 

आयरन जिम: सैनिटाइजर लाना जरूरी, उपयोग से पहले उपकरण सैनिटाइज

महानंदा नगर स्थित आयरन जिम में ऑटोमैटिक सैनिटाइजर मशीन लगाई है। संचालक जितेंद्र कुशवाह ने बताया जिम में थर्मल स्क्रीनिंग के अलावा बॉडी स्प्रे की व्यवस्था की है। हर साधक को सैनिटाइजर साथ लाना जरूरी है। मास्क अनिवार्य है। हाथ में ग्लब्स पहन कर एक्सरसाइज की जाती है। इसके बावजूद उपस्थिति लॉकडाउन से पहले की तुलना में मात्र 40 से 50 प्रतिशत ही है।

 

माधव कॉलेज: नि:शुल्क जिम में भी 4-5 साधक ही आ रहे

देवासगेट पर कॉलेज परिसर के भीतर माधव कॉलेज वेट लिफ्टिंग हॉल है। संचालक मनोहर सिंह डोडिया ने बताया रोज जिम को सैनिटाइज किया जाता है। मास्क लगाना और हर उपकरण के प्रयोग से पहले हाथ सैनिटाइज करना अनिवार्य है। यहां माधव कॉलेज के विद्यार्थियों और पूर्व विद्यार्थियों से किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है। बावजूद प्रति बैच केवल 4-5 साधक ही आ रहे हैं।

 

खर्च निकालना हो गया था मुश्किल, कई जिम हो गए बंद

कोरोना और लॉकडाउन के कारण छह महीनों में जिम संचालकों को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ा है। अधिकांश जिम किराये की बिल्डिंग में संचालित होते हैं। इनका किराया भी 15 से लेकर 40 हजार रुपए महीने तक है। लॉकडाउन में लाखों रुपए का किराया बकाया हो गया। जिम में लोगों की संख्या कम होने के कारण आय भी लगभग शून्य है। जिसके कारण कुछ जिम बंद हो चुकी है।

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