टेंट व्यवसायी बोले – शादियों में 500 लोगों की अनुमति दी जाए, नहीं तो 23 अगस्त से अनिश्चितकालीन बंद

लॉकडाउन और कोरोना की वजह से शादियों में भीड़ नहीं होने के कारण टेंट व्यवसाय भी बुरी तरह प्रभावित हो चुका है। टेंट व्यवसायियों ने अब शादियों सहित सामूहिक प्रोग्राम के लिए 20 की बजाय 500 लोगों की अनुमति देने की मांग शासन-प्रशासन के समक्ष रखी है। ताकि उनका थोड़ा कारोबार हो सके। साथ ही यह चेतावनी भी दी है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो 23 अगस्त से उज्जैन के सभी टेंट व्यापारी अनिश्चितकाल के लिए अपने प्रतिष्ठान बंद कर देंगे। बुधवार को उज्जैन टेंट समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने मीडिया के समक्ष समस्याएं रखी। लक्ष्मीकांत सैनी, रामबाबू गोयल, आशीष मल्होत्रा सहित अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि शादियों का पूरा एक सीजन बिना कारोबार के ही बीत गया है।

अधिकांश टेंट व्यापारी ऐसे हैं, जिन्होंने दुकान और गोडाउन किराये पर लिए हुए हैं। कैटरिंग सहित अन्य काम करने वाले कर्मचारियों को भी तनख्वाह दे रहे हैं। शासन-प्रशासन ने केवल शादियों और सामूहिक कार्यक्रम में 20 लोगों की उपस्थिति की अनुमति ही दी है। इससे कोई भी कई महीनों से टेंट व्यापारियों के पास कोई काम ही नहीं है। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि लाखों रुपए का कर्ज हो चुका है। इसी वजह से प्रदेश में 6 टेंट व्यापारी आत्महत्या भी कर चुके हैं। व्यवसायियों ने कहा कि अगर राजनीतिक कार्यक्रमों में सैकड़ों लोगों की भीड़ पर प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है लेकिन हमें दायरे में बांधकर दोहरे मापदंड अपनाए जा रहे हैं। व्यवसायियों ने मांग रखी कि कम से कम 500 व्यक्ति तक के प्रोग्राम करने की अनुमति दी जाए। जिससे टेंट व्यवसाय के साथ ही कैटरिंग, बैंड, डीजे, डेकोरेशन, ऑर्केस्ट्रा, फ्लॉवर डेकोरेशन आदि से जुड़े अन्य लोगों की आय भी शुरू हो सके। पदाधिकारियों ने कहा अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 23 अगस्त से प्रतिष्ठान बंद कर दिए जाएंगे। मीडिया से चर्चा के दौरान समिति के प्रकाश शर्मा, अंकित गोयल, ओमप्रकाश गेहलोत, राजेंद्र राठौर आदि उपस्थित थे।

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