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त्रिवेणी व गऊघाट स्टापडेम ओवर-फ्लो, गऊघाट पर 15 एमजीडी पानी फिल्टर करने की क्षमता
बिना बारिश ही शिप्रा में बाढ़ आ गई है। सोमवार को शिप्रा के त्रिवेणी और गऊघाट स्टापडेम ओवर-फ्लो हो गए। शिप्रा में आ रहा यह पानी गऊघाट स्टापडेम से लेकर शहर में सप्लाई किया जा रहा है। गंभीर डेम में पानी खत्म होने की कगार पर पहुंच जाने से नगर निगम ने शहर में दो दिन छोड़ कर जलप्रदाय करना तय किया है। नई व्यवस्था के तहत अगला जलप्रदाय मंगलवार को होगा। लेकिन शिप्रा में बारिश का भरपूर पानी आ जाने से यह संभावना है कि निगम फिर एक दिन छोड़ कर जलप्रदाय कर सकता है।
निगमायुक्त क्षितिज सिंघल ने शुक्रवार को गंभीर डेम में कम पानी का हवाला देते हुए दो दिन छोड़ कर जलप्रदाय का आदेश दिया था। इस नई व्यवस्था में शनिवार के बाद अब मंगलवार को जलप्रदाय होना है। इस बीच सोमवार सुबह शिप्रा के त्रिवेणी और गऊघाट दोनों स्टापडेम ओवर-फ्लो हो गए। दोनों की क्षमता 16-16 फीट है।
त्रिवेणी स्टापडेम सुबह ओवर फ्लो हो गया। यह पानी गऊघाट स्टापडेम पर पहुंचने के बाद गऊघाट स्टापडेम भी ओवर-फ्लो गया। यहां से पानी भूखी माता स्टापडेम के ऊपर से होकर रामघाट तक पहुंच गया। इससे शिप्रा में जल स्तर बढ़ गया। गऊघाट ओवर फ्लो हो जाने की स्थिति के चलते निगमायुक्त क्षितिज सिंघल भी गऊघाट प्लांट पहुंचे। उन्होंने जलप्रदाय व्यवस्था का अवलोकन किया तथा पीएचई अधिकारियों से प्लांट की मशीनों के रखरखाव एवं संधारण की जानकारी ली। जिन क्षेत्रों में पाइप लाइन के वाल्व में लीकेज की समस्या है, उसका तत्काल सुधार कराने को कहा, ताकि पानी को व्यर्थ बहने से रोका जा सके। सिंघल के अनुसार मंगलवार के जलप्रदाय के बाद व्यवस्था पर फिर से विचार करेंगे।
रोज 15 एमजीडी पानी सप्लाय के लिए उपलब्ध
गऊघाट फिल्टर प्लांट पर 24 घंटे में 15 एमजीडी पानी फिल्टर करने की व्यवस्था हो गई है। स्थायी प्लांट के पंपों और नदी में लगाए गए फ्लोटिंग स्टेशन के 3 पंपों से रोज 15 एमजीडी पानी फिल्टर किया जा सकता है। जबकि शहर में एक बार जलप्रदाय में 25 एमजीडी पानी की जरूरत होती है। त्रिवेणी से गऊघाट के बीच शिप्रा में करीब 200 एमसीएफटी पानी रहता है। इससे 22 बार जलप्रदाय किया जा सकता है।
नर्मदा के पानी के लिए सीएम से बातचीत
शहर में पेयजल प्रदाय के लिए नर्मदा का पानी लेने के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से चर्चा की है। प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने बताया पानी की समस्या का स्थायी निदान किया जाएगा। सांसद अनिल फिरोजिया ने सीएम से कहा कि नर्मदा-गंभीर लिंक योजना को गंभीर डेम से जोड़ना चाहिए।। इस पर 22 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। सीएम ने इस पर अमल का आश्वासन दिया है।