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दीवाली नहीं, महाकाल लोकोत्सव मना रहा शहर:11 किमी पीएम रूट रोशनी से जगमगाया, सभा में शामिल होंगे देशभर के 200 संत
महाकाल लोकोत्स्व मनाने को शहर तैयार हो गया है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस रूट से गुजरेंगे वह रोशनी से जगमगा उठा है। प्रधानमंत्री का आधिकारिक कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है लेकिन संभवत: वह शाम साढ़े पांच बजे पहुंचेंगे और करीब ढाई घंटे शहर में रहेंगे। समारोह में 200 से अधिक संत भी शामिल होंगे। लोकार्पण स्थल पर 50 स्थानीय सहित देश के बड़े 200 से अधिक संत-महंत मंच पर बैठेंगे। इनमें से कई संतों को राज्य स्तर से आमंत्रण पहुंच रहे हैं, जबकि स्थानीय स्तर पर रहने वाले संतों को संत संपर्क समागम तथा सम्मान समिति के पदाधिकारियों द्वारा न्योता दिया जा रहा है।
बताया जाता है कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के कार्यक्रम में देशभर से करीब 350 संत-महंत पहुंचे थे। वे सभी उस समारोह व दृश्य के साक्षी बने। लिहाजा उज्जैन के महाकाल लोक के लोकार्पण समारोह में भी संतों की उपस्थिति पर जोर दिया जा रहा है। बड़े आग्रह के साथ शंकराचार्य, पीठाधीश्वर, अखाड़ों से जुड़े प्रमुखों, अध्यक्ष-महामंत्री, महामंडलेश्वर आदि को आमंत्रण पत्र भेंट किए जा रहे हैं। स्थानीय करीब 50 संतों की सूची समिति के अध्यक्ष पारस जैन व अन्य पदाधिकारियों ने चारधाम मंदिर के पीठाधीश्वर व महामंडलेश्वर स्वामी शांति स्वरूपानंद गिरि के मार्गदर्शन में तय की है। समिति के समन्वय अधिकारी अवि प्रसाद ने बताया संतों की संख्या लगभग 200 होगी।
समारोह में प्रधानमंत्री आ रहे हैं तो तैयारियां पर खुद सीएम शिवराजसिंह चौहान नजर रख रहे हैं। रविवार शाम सीएम पहुंचे और पीएम रूट के साथ ही महाकाल लोक में तैयारियों को देखा। खामियों पर सुधार के निर्देश दिए। आयोजन को लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्रसिंह पिछले दो दिनों से शहर में ही हैं। वह लगातार घर-घर आमत्रंण पहुंचाने से लेकर अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करवा रहे हैं। पुलिस लाइन स्थित एक और हेलीपेड बनने का काम भी लगभग पूरा हो गया है। रात के समय कोई दिक्कत न हो, इसलिए हेलीपेड पर भी लाइटिंग की गई है। महाकाल लोक की अंतिम तैयारियों को देखने में मुख्यमंत्री के साथ ही नगरीय प्रशासन मंत्री, वित्त मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, खजुराहो सांसद व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा व सांसद अनिल फिरोजिया सहित स्थानीय नेता व अधिकारी शामिल थे। इधर सभा में लोगों को बंटने वाले भोजन पैकेट में महाकाल का प्रसाद भी होगा। भोजन समिति के सुरेंद्रसिंह अरोरा के अनुसार करीब डेढ़ लाख भोजन पैकेट तैयार होंगे। भोजन के पैकेट में भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद भी रखा जाएगा। रविवार को यह निर्णय लिया गया। मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी के अनुसार लड्डू प्रसाद यूनिट से लड्डू प्रसाद भोजन निर्माण स्थल पर भेजना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया लोकार्पण समारोह व प्रधानमंत्री के आगमन पर भी श्रद्धालुओं को भगवान महाकालेश्वर के निरंतर दर्शन होंगे।
स्थानीय अवकाश, लेकिन 9वीं से 12वीं की त्रैमासिक परीक्षा पर निर्णय नहीं
11 अक्टूबर को प्रशासन ने स्थानीय अवकाश घोषित किया है लेकिन स्कूलों में होने वाली त्रैमासिक परीक्षाओं पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है। जिला शिक्षा विभाग के एक पत्र ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को परेशान कर दिया है। शिक्षा विभाग ने महाकाल क्षेत्र के केवल चार स्कूलों के विद्यार्थियों की परीक्षा स्थगित की है। विभागीय पत्र के अनुसार शेष सभी शासकीय स्कूलों में परीक्षा होगी। शहर में लगभग 33 शासकीय हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल हैं, जिनमें 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं में 10 हजार से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। वहीं इन स्कूलों में 1 हजार से अधिक शिक्षक हैं। कई विद्यार्थी ऐसे हैं, जो महाकाल क्षेत्र या उसके आसपास रहते हैं लेकिन वह अन्य क्षेत्र में स्थित शासकीय स्कूलों में पढ़ते हैं। पीएम के दौरे के चलते कई मार्गों पर 11 अक्टूबर को यातायात प्रतिबंधित रहेगा। ऐसे में विद्यार्थियों और शिक्षकों को अपने-अपने स्कूलों में पहुंचने में परेशानी होगी। जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा ने बताया मुख्यालय से मिले निर्देश के अनुसार ही परीक्षा संचालित करने का पालन किया जा रहा है।