- भस्म आरती: मस्तक पर सूर्य, भांग, चन्दन और त्रिपुण्ड अर्पित कर किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- भस्म आरती: बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार त्रिपुण्ड, भांग, चन्दन अर्पित करके किया गया!
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र, चन्दन और फूलों की माला अर्पित कर किया गया दिव्य श्रृंगार
- बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए 'गदर 2' के अभिनेता उत्कर्ष शर्मा, लगभग दो घंटे तक महाकाल की भक्ति में दिखे लीन; उत्कर्ष बोले- मेरे लिए बेहद अद्भुत अनुभव!
- भस्म आरती: वैष्णव तिलक, चन्दन का चंद्र, आभूषण अर्पित कर बाबा महाकाल का किया गया गणेश स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
धार्मिक यात्रा:1008 भक्तों के साथ ज्योतिर्लिंगों की यात्रा पर मोरारी बापू, कल करेंगे महाकाल का अभिषेक, श्रीरामकथा
प्रसिद्ध रामकथा वक्ता मोरारी बापू 5 अगस्त को उज्जैन आएंगे। यहां महाकाल का पूजन-अभिषेक करने के साथ ही भारत माता मंदिर के पास सरस्वती विद्या मंदिर महाकालपुरम् में श्रीरामकथा का रसपान भक्तों को कराएंगे। मोरारी बापू देश-विदेश के 1008 चयनित भक्तों के साथ 12 हजार किलोमीटर की 12 ज्योतिर्लिंग की आध्यात्मिक यात्रा पर निकले हैं।
दिनेश जोशी के अनुसार भारतवर्ष में भगवान शंकर के साक्षात प्रगट स्वरूप 12 ज्योतिर्लिंग में 18 दिवसीय श्रीरामकथा का यह धार्मिक अनुष्ठान 22 जुलाई से केदारनाथ से शुरू हुआ। यात्रा काशी विश्वनाथ, मल्लिकार्जुन, रामेश्वरम्, नागेश्वर, भीमाशंकर, त्रयंबकेश्वर, घृष्णेश्वर, जगन्नाथ पुरी, तिरूपति बालाजी के साथ कैलाश और चित्रकुट रेल से 12 हजार किलोमीटर की यह यात्रा 4 अगस्त को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग पहुंचेगी। यहां श्रीरामकथा के साथ श्री ओंकारेश्वर भगवान का अभिषेक मोरारी बापू करेंगे। उज्जैन में 5 अगस्त की सुबह 10 बजे श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग पहुंचेंगे।
यहां भगवान महाकालेश्वर का अभिषेक-पूजन करने के बाद भारत माता मंदिर के पास सरस्वती विद्या मंदिर महाकालपुरम् में श्रीरामकथा करेंगे। यहां से यात्रा द्वारकाधीश, सोमनाथ, महुआ 8 अगस्त को पहुंचकर पूरी होगी। इस यात्रा में 12 ज्योतिर्लिंग, 3 धाम के भक्तों को धर्म लाभ प्राप्त हो रहा है। यात्रा में उज्जैन के 18 वर्षीय आदित्य जोशी भी शामिल हैं। उनके पिता दिनेश जोशी ने बताया कि इसके लिए ऑनलाइन पंजीयन किया था। केदारनाथ में एक तरफ की यात्रा की हेलिकॉप्टर से की। इसके अलावा ट्रेन और जरूरत पड़ने पर बसों से भी यात्री धर्मलाभ ले रहे हैं। यात्रा में शामिल होने के पहले सभी के स्वास्थ्य की जरूरी जांचें भी की गई थी।