पुलिस की अनदेखी पर उठे सवाल…

बोर्ड परीक्षा के बाद लोति स्कूल के छात्रों पर दो दर्जन से अधिक युवकों ने किया लाठी और पाइप से हमला

उज्जैन। सरस्वती शिशु मंदिर, ऋषिनगर में चल रही 10वीं बोर्ड की परीक्षा समाप्त होने पर बुधवार दोपहर 1 बजे जैसे ही लोति स्कूल की छात्र-छात्राएं स्कूल से बाहर निकलकर सड़क पर आए, सामने स्थित गली से करीब 30 युवक हाथों में लाठी एवं पाइप लेकर आए तथा लोति स्कूल की ड्रेस पहने जितने बच्चे दिखे, उन सभी को मारना शुरू कर दिया। हालात यह रहे भगदड़ की स्थिति बनी और छात्र-छात्राएं भागने लगे। इन्हे अज्ञात युवकों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। मौके पर लोति स्कूल के शिक्षकों एवं स्थानीय लोगों ने हमलावरों का सामना किया तथा उनसे लाठी छिनी और भगाया।

क्षेत्र के लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम फोन किया तो किसी ने नहीं उठाया। माधवनगर थाना और नानाखेड़ा थाने पर फोन लगाया लेकिन किसी ने नहीं उठाया। इस बीच डायल-100 को फोन किया गया। जैसा कि फिल्मों में बताते हैं,पूरी घटना होने के बाद पुलिस के दो जवान एफवीआर के साथ पहुंचे। इस बीच ऋषिनगर के दूसरे छोर की ओर से बच्चे दौड़ते हुए आए और बताया कि वे मुनिनगर की ओर जा रहे थे, उन पर पथराव हुआ है। यह जानने के बाद भी पुलिसकर्मियों ने उस ओर जाने के लोगों के सुझाव को दरकिनार कर दिया। वहीं पंचमपुरा की ओर जाने वाली गली जिसमें अज्ञात युवक भागे थे, की ओर भी पुलिस वाहन नहीं गया। उन्होने घायल तीनों युवकों को बैठाया तथा मेडिकल करवाकर पालकों के कहने पर प्रकरण दर्ज किया।

तीन घायल छात्रों ने दर्ज करवाया प्रकरण: माधवनगर थाना पुलिस के अनुसार लोति स्कूल के तीन घायल छात्रों दक्ष पिता अनिल मुडे, करण पिता उत्सव भट्टाचार्य तथा सागर पिता जितेंद्र शर्मा की रिपोर्ट पर अज्ञात युवकों के खिलाफ भादंवि की धारा 323, 294, 506, 34 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।

केंद्राध्यक्ष ने कहा- बुलाने पर नहीं आती पुलिस
केंद्राध्यक्ष अर्चना कुल्मी के अनुसार शुक्रवार को मॉडल स्कूल एवं लोति स्कूल के छात्रों के बीच धक्का-मुक्की को लेकर विवाद हुआ था। उसके बाद बुधवार को 10वीं का पर्चा था। दोनों स्कूल के विद्यार्थी परीक्षा देने आए थे। जिसप्रकार से हमलावरों ने केवल लोति स्कूल की ड्रेस पहने विद्यार्थियों को पीटा, उससे मालूम होता है कि आरोपी दूसरे पक्ष के होंगे। पुलिस को जांच करने को कहा है। केंद्राध्यक्ष होने के नाते आरोपी पाए गए विद्यार्थी पर वे भी नियमानुसार कार्रवाई करेंगी। उन्होने कहा कि पुलिसकर्मी कहने पर भी ड्यूटी देने नहीं आ रहे हैं।

आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी – एसपी

एसपी सत्येंद्र शुक्ल ने बताया कि कुछ सूत्र मिले हैं। क्षेत्र के सीसीटीवी केमरों के फुटेज एकत्रित किए जा रहे हैं। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। इसप्रकार से खुलेआम गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होने कहाकि वे देखेंगे कि परीक्षा केंद्रों पर पुलिसकर्मी क्यों नहीं पहुंच रहे हैं।

माधवनगर थाना पुलिस की कार्यशैली पर उठी अंगुलियां

प्रदेशभर सहित उज्जैन में भी माध्यमिक शिक्षा मण्डल की 10वीं एवं 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं चल रही है। परीक्षा केंद्रों पर कम से कम एक पुलिसकर्मी का उपस्थित रहना आवश्यक है। केंद्र के एक निश्चित दायरे में धारा-144 के तहत बगैर अनुमति किसी का प्रवेश भी प्रतिबंधित है। बावजूद इसके बड़ी संख्या में अज्ञात युवकों द्वारा एकमत होकर लाठी एवं पाइप से हमला करना इंगित करता है कि हमलावरों को पता था कि इस केंद्र पर पुलिस नहीं रहती है,इसलिए वे बेखौफ होकर इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे गए। ज्ञात रहे ऋषिनगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर को बोर्ड परीक्षा का केंद्र बनाया गया है। केंद्राध्यक्ष अर्चना कुलमी के अनुसार शुक्रवार को जब बच्चों के बीच मारपीट हुई,तभी पुलिस को सूचना दे दी थी। बुधवार को घटना की सूचना पुन: दी गई।

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