पुस्तकें पढ़ने से भी इंसान के जीवन में बदलाव आ सकता है -डाॅ. भरसट

इंसान के जीवन में बदलाव के कई कारण हो सकते हैं। ऐसे में अच्छी, ज्ञानवर्धक साहित्यिक पुस्तकें पढ़ने से भी जीवन में बदलाव आ सकता है। यह बात एसडीएम डॉ. योगेश भरसट ने राजस्व सभागृह में मंंगलवार को व्यापारी महासंघ द्वारा बंदी सुधार अभियान को लेकर ज्ञानवर्धक पुस्तकें भेंट किए जाने के दौरान कही। इस संबंध में एसडीएम भरसट द्वारा व्यापारी महासंघ को बंदी सुधार हेतु पठनीय साहित्य प्रदान करने के लिए प्रेरित किया था। इस नेक उद्देश्य की पूर्ति हेतु व्यापारी महासंघ के एसोसिएशन सदस्यों द्वारा ज्ञानवर्धक, धार्मिक, साहित्यिक पुस्तकें एकत्रित की गई और कुल 351 पुस्तकें भेंट की गई।

व्यापारी महासंघ के इस उद्देश्य पूर्ण कार्य के प्रति सहायक जेल अधीक्षक महेंद्र रघुवंशी ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। साथ ही जेल में शीघ्र ही लाइब्रेरी स्थापित किए जाने की बात कही। महासंघ अध्यक्ष विराग मिश्रा ने इस अवसर पर पर कहा कि जेल में बंदियों के बौद्धिक विकास हेतु पुस्तकालय व शारीरिक विकास हेतु जिम निर्माण के प्रति महासंघ प्रतिबद्ध है। महासंघ के बैनर तले जल्द ही जेल में बंदियों के लिए एक योग शिविर भी किया जाएगा। इस अवसर पर तहसीलदार सुरेश नागर, उपाध्यक्ष मांगीलाल ओरा, सचिव मनोज बाकलीवाल, राजकुमार नाहर, विजय मेहता, श्याम शर्मा, विशाल गोधा, द्वारकाधीश यादव, अरविंद पांचाल आदि उपस्थित थे। जानकारी व्यापारी महासंघ प्रवक्ता अजय राठौड़ ने दी।

Leave a Comment