फसल खराब होने से आहत किसान ने लगाई फांसी, कर्ज से था दु:खी

उज्जैन | नरवर के समीप रहने वाले एक किसान ने फसल खराब हो जाने से दु:खी होकर बीती रात अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उस पर दो लाख रुपये से अधिक का कर्ज था। किसान बारिश नहीं होने से परेशान था। नरवर पुलिस ने मामले की जांच कर रही है।
मानूसन की लंबी खेंच ने किसानों के साथ ही आम लोगों को चिंता में डाल रखा है। पानी नहीं गिरने से खेत में खड़ी फसल नष्ट हो रही है, जबकि किसानों ने हजारों-लाखों रुपये का कर्ज लेकर फसल बोई थी। ऐसे में फसल खराब होने पर किसान आत्महत्या कर रहे हैं। बीती रात नरवर थाना क्षेत्र के गावड़ी में रहने वाले 50 वर्षीय मेंबरसिंह पिता समंदर सिंह ने फसल खराब होने से परेशान होकर अपने ही घर के दूसरे कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना का पता रात 11 बजे उस समय लगा जब मृतक का पुत्र निर्मल दूध बांट कर वापस घर लौटा। इसमें अपने पिता को फांसी के फंदे पर झूलता हुआ देखा। इसके बाद नरवर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लाश को पोस्टर्माटम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया।

मृतक किसान पर था दो लाख का कर्ज

मृतक किसान का एक पुत्र और पुत्री है और दोनों का विवाह हो चुका है। पुत्र अपने पिता के साथ खेती में हाथ बंटाता था। कुल आठ बीघा जमीन में किसान ने कर्ज लेकर फसल बोई थी। इसके चलते उस पर दो लाख रु. से ज्यादा का कर्ज हो गया था। इधर पानी नहीं गिरने से किसान काफी ड्रिपरेशन में चल रहा था। इसी के चलते उसने यह कदम उठाया। मृतक के भतीजे के अनुसार वह आए दिन फसल खराब होने का जिक्र करते रहते थे।

सूदखोरों का था दबाव
इस बार मानसून के आशा अनुरूप नहीं बरसने से किसान की फसल खराब हो गई थी। इसके अलावा कर्ज का भी दबाव था। सूदखोर आए दिन उस पर रुपए लौटाने का दबाव बना रहे थे लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने से वह राशि नहीं लौटा पा रहा था। मृतक किसान ने पुत्र की शादी के लिए करीब ३ लाख रुपए का कर्ज लिया था। उसे उम्मीद थी कि बारिश अच्छी होने और फसल भी उम्मीद के मुताबिक आने पर वह कर्ज चुका देगा लेकिन बारिश नहीं होने से किसान ने मौत को गले लगा लिया।

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