बदमाशों ने युवक पर चाकुओं से किया प्राणघातक हमला

जिस युवक को 9 दिन पहले स्टेशन परिसर में चाकू मारे थे उसको आज सुबह उसी जगह घेरकर चाकुओं से गोदा बदमाशों ने कहा… हम पुलिस को 20-30 हजार देकर छूट जाएंगे हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता जिन्होंने पहले मारा उन्हें भी नहीं पकड़ा पुलिस ने उज्जैन।बेखौफ बदमाश और बेबस पुलिसिंग का नजारा देखना है तो रेलवे स्टेशन परिसर से अच्छी जगह कोई नहीं हो सकती। यहां 9 दिन पहले बदमाशों ने एक युवक पर चाकुओं से प्राणघातक हमला किया। वही युवक आज सुबह रेलवे स्टेशन पहुंचा तो बदमाशों ने फिर उसे घेरकर चाकुओं से गोद डाला। खास बात यह कि चाकु मारने वाले बदमाश घायल से कह गये कि पुलिस हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती 20-30 हजार देकर थाने में सेटिंग कर लेंगे और छूट जाएंगे। सूरज पिता मोहनलाल मीणा (39) निवासी जबरन कालोनी नीलगंगा सुबह करीब 7 बजे भोपाल जाने के लिये रेलवे स्टेशन पहुंचा था। सूरज ने बताया कि मैं पत्नी पूजा का इंतजार कर रहा था तभी आटो चालक जावेद, आसिफ और सौरभ उसके पास आये। सौरभ ने दोनों हाथ पकड़े और जावेद व आसिफ ने उस पर चाकुओं से हमला शुरू कर दिया। सूरज बदमाशों के चंगुल से छूटा और सीधे जीआरपी थाने पहुंचा। यहां मौजूद एएसआई कुशवाह व पुलिसकर्मी उसे जिला चिकित्सालय लेकर गये और प्राथमिक उपचार के बाद वार्ड में भर्ती कराया। सूरज उर्फ बारिक ने बताया कि 26 नवंबर को उस पर छिंगू बुंदेला और काला बुंदेला ने रेलवे स्टेशन परिसर में चाकुओं से प्राणघातक हमला किया था। जीआरपी ने मामले में केस तो दर्ज किया लेकिन बदमाशों को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाये। सूरज की शनिवार दोपहर उपचार के बाद जिला अस्पताल से छुट्टी हुई थी। आज सुबह वह पत्नी के साथ भोपाल जाने वाला था, लेकिन बदमाशों ने चाकू मारकर उसे अस्पताल पहुंचा दिया। थाने से प्लेटफार्म तक फैला खून सूरज को चाकू लगे तो वह जीआरपी थाने की और भागकर गया। उसके घावों से खून बह रहा था। कुछ मिनिट थाने में खड़ा रहा तो थाने में खून फैल गया। वहीं प्लेटफार्म पर भी खून के निशान बन गये थे। प्लेटफार्म 1 पर खून फैला देखकर यहां पहुंचे यात्रियों में भय व्याप्त हो गया। थाने वाले बिके हैं, नहीं पकड़ते बदमाशों को सूरज ने बताया कि जीआरपी थाने वालों की बदमाशों से सांठगांठ है। थाना परिसर में किसी भी वारदात को अंजाम देने के बाद भी पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं करती। सुबह जावेद ने चाकू मारने के बाद कहा था कि जीआरपी थाने के अधिकारी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। 20-30 हजार में सेटिंग कर छूट जाएंगे। स्टेशन परिसर में खौफ, शहर की छवि धूमिल रेलवे स्टेशन और परिसर की सुरक्षा व्यवस्था के लिये जीआरपी और आरपीएफ थाने हैं उसके बावजूद बदमाशों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि आये दिन स्टेशन और परिसर में एक के बाद एक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। खास बात यह कि रेलवे स्टेशन का वाहन पार्किंग संचालित करने वाला ही वाहन चालकों से अभद्रता करता है। स्टेशन परिसर में आवागमन करने वाले खौफ के साये में हैं वहीं दूसरी ओर देश भर से उज्जैन दर्शन करने आने वाले लोगों के सामने शहर की छवि धूमिल हो रही है। इनका कहना है युवक पर चाकू से हमले में दर्ज केस के आरोपी अभी गिरफ्तार नहीं हुए हैं। सुबह फिर उसी युवक के साथ हुई चाकूबाजी की जानकारी मिली है। थाना प्रभारी को बदमाशों की गिरफ्तारी और उन पर कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं।-राकेश खाका,एएसपी जीआरपी [/kc_column_text][/kc_column][/kc_row]

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