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बर्थ-डे को बनाना है कुछ ख़ास, तो बेहतरीन इंतज़ाम है महाकाल नगरी में
उज्जैन | जी हां, यह सच है। आप भी अपने परिवार के साथ मिलकर महाकाल की नगरी में अपना बर्थ-डे या एनीवर्सरी मनाना चाहते हैं, तो उज्जैन में इसके लिए खास इंतजाम किए हैं। पौराणिक नगरी उज्जैनी में यदि आप धार्मिक और सांस्कृतिक तरीके से ही अपने किसी दिन विशेष और भी खास बनाना चाहते हैं तो स्मार्ट सिटी कंपनी आपको जल्द बेहतर सुविधा देने वाली है। जन्मदिन हो या फिर शादी की सालगिरह जैसा कोई अवसर, आम लोग प्रायोजक बन रामघाट पर शिप्रा महाआरती की बुकिंग करवा सकेंगे। शिप्रा किनारे शाम, इसलिए और भी यादगार हो जाएगी क्योंकि लाइट एंड साउंड के बीच शिप्रा महाआरती के साथ ही मलखंभ व अन्य सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे।
आमजन से भी सीधे जोडऩे की योजना बनाई
स्मार्ट सिटी कंपनी ने शहर की ब्रांडिंग के लिए शुरू की गई शिप्रा महाआरती के आयोजन को आमजन से भी सीधे जोडऩे की योजना बनाई है। इसके इच्छुक व्यक्ति अपने किसी दिन विशेष को अलग अंदाज में सेलिबे्रट करने या अपने की स्मृति में शिप्रा महाआरती की बुकिंग करा सकेंगे। इसके लिए स्मार्ट सिटी कंपनी को पहले से जानकारी देना होगी। तय तारीख पर इंवेट कंपनी महाआरती व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। हालांकि इसके लिए कुछ शुल्क भी जमा करना होगा। चूंकि अभी योजना तैयार हो रही है लिहाजा शुल्क तय नहीं हुआ है। संभावना है कि कंपनी की अगली बोर्ड बैठक में उक्त योजना का प्रस्ताव रख मंजूरी ली जा सकती है।
पांच बार भव्य महाआरती
स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा शहर की ब्रांडिंग और पर्यटन विकास के लिए अब तक पांच बार शिप्रा की भव्य महाआरती कर चुकी है। इसके लिए पांच इंवेट कंपनी को हायर किया गया है। आरती के साथ ही परंपागत खेल व अन्य स्पर्धाएं भी आयोजित कर पर्यटकों को आकर्षित किया जा रहा है। कंपनी की ओर से पहली महाआरती २३ दिसंबर, इसके बाद ३० व ३१ दिसंबर और फिर १ व २ जनवरी को की गई।
ऐसे होती महाआरती-शिप्रा महाआरती गोधुलि बेला पर रामघाट पर राणोजी की छतरी पर भव्य लाइट एंड साउंड के साथ की जाती है। घाट पर साज-सज्जा के साथ कतारबद्ध मंच लगते हैं। इन पर पुजारी विशाल दीपों के साथ मां शिप्रा की आरती करते हैं। महाआरती के बाद शिप्रा किनारे ही मलखंभ व जंप रोप की प्रस्तुति, सांस्कृतिक कार्यक्रम, राजा भोज नाट्य का प्रदर्शन आदि कार्यक्रम होते हैं।
बड़ी संख्या में भाग लेते श्रद्धालु
शिप्रा की महाआरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। दूसरी महाआरती में इंदौर से ५० से अधिक श्रद्धालु विशेष रूप से इसे देखने आऐ। इंदौर के एक श्रद्धालु ने मलखंभ प्रदर्शन से प्रभावित होकर खिलाडिय़ों को ११ हजार रुपए का पुरुस्कार भी दिया था।
” शहर की ब्रांडिंग व पर्यटन विकास के उद्देश्य से शिप्रा महाआरती की शुरुआत की गई है। दर्शकों द्वारा आयोजन की काफी सराहना की गई है। आम व्यक्ति भी इस आयोजन से सीधे जुड़कर अपने दिन विशेष को और यादगार बना सकें, इसके लिए योजना तैयार की गई है।”
– अवधेश शर्मा, सीईओ स्मार्ट सिटी कंपनी