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बसों की हड़ताल से दिनभर परेशान होते रहे यात्री, सिटी बस भी नहीं चलीं
उज्जैन | बस ऑपरेटरों की यात्री किराया 40 परसेंट बढ़ाने की जिद ने सोमवार बसों के पहिये रोक दिए। उनकी हड़ताल से लोगों को काफी परेशानी हुई। इसका असर ट्रेनों पर दबाव बढ़ने के रूप में दिखाई दिया। देवास, मक्सी, इंदौर और आगर रोड पर भी ट्रैफिक का दबाव रहा।
निजी बस ऑपरेटर शासन द्वारा 10 फीसद किराया वृद्घि के विरोध में हैं। इनका कहना है कि चार वर्ष में डीजल, टैक्स और बसों का मेंटेनेंस काफी बढ़ गया है। किराया 40 फीसद तक बढ़ना चाहिए, वरना बस संचालन में असुविधा होगी। इसे लेकर सरकार को झुकाने के लिए उज्जैन सहित प्रदेशभर के बस ऑपरेटरों ने सोमवार को हड़ताल कर बसों के चक्के जाम कर दिए। बस संचालन बंद होने से यात्रियों को खासी परेशानी हुई। सर्वाधिक परेशान देवास, इंदौर, शाजापुर अपडाउन करने वाले लोग हुए। बस स्टैंड या स्टॉप पर बस नहीं मिलने पर उन्होंने अपने निजी वाहन से यात्रा की। ज्यादातर ने ट्रेन से सफर किया। परिणाम स्वरूप ट्रेनों में काफी भीड़ रही। बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि शुक्ला के मुताबिक शहर की 1 हजार बसें नहीं चली।
सिटी बसें भी रही बंद
नगर निगम की उपनगरीय सेवा से जुड़ी 19 सिटी बसों का संचालन भी बंद रहा। हालांकि निगम से संबंद्घ बस ऑपरेटर अर्थ कनेक्ट कंपनी का हड़ताल को समर्थन नहीं था, मगर बस चालक-परिचालकों के ड्यूटी पर नहीं आने से बसें नहीं चल सकी।
शाम को संचालन शुरू
बस ऑपरेटरों ने दोपहर 3 बजे बाद बस संचालन शुरू कर दिया। हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि बस हड़ताल स्थगित की गई है या नहीं। संचालन शुरू होने से लोगों ने राहत महसूस की।