बिनोद मिल की जमीन मिल सकती मंडी को, सब्जी-फल मंडी लगेगी

उज्जैन । बिनोद मिल की जमीन कृषि उपज मंडी को मिल सकती है। वहां पर मंडी का विस्तार कर सब्जी-फल मंडी लगाई जाएगी। फिलहाल मंडी परिसर में अनाज, सब्जी व फल मंडी संचालित की जा रही है। मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक राकेश श्रीवास्तव ने सोमवार को इसके संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा-मंडी समिति प्रस्ताव बनाए। हम उसे शासन को मंजूरी के लिए भेजेंगे। मिल बंद होने के बाद यह जमीन खाली पड़ी है। अब उस पर शासन का कब्जा है। मंडी से सटी नरेश जीनिंग की जमीन का मामला कोर्ट में चलने से फिलहाल इस जमीन के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। मंडी अध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला, उपाध्यक्ष शेरू पटेल, करण कुमारिया ने उनकी अगवानी की।
एक दिनी दौरे पर आए मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक शाम 4 बजे मंडी कार्यालय पहुंचे। उनके साथ मंडी बोर्ड के ईई मधुकर पंवार भी आए थे। इसके पहले उन्होंने भरतपुरी स्थित मंडी बोर्ड के आंचलिक कार्यालय में संभाग की 42 मंडियों के सचिवों की बैठक ली। उन्होंने मंडी के नए कार्यालय, उद्यान का निरीक्षण किया। इसके बाद मंडी समिति अध्यक्ष, संचालक और व्यापारियों से चर्चा की। उन्होंने समस्याएं सुनकर उनका समाधान सुझाया। मंडी समिति को नए प्रस्ताव बनाकर भेजने के लिए भी कहा।
प्रस्ताव नहीं रुकेंगे: मंडी समिति जो भी प्रस्ताव भेजेगी, उसे मंजूरी मिलेगी। बोर्ड में प्रदेश की मंडियों से प्रस्ताव आते हैं। इस कारण कभी-कभार देर हो जाती है।
हर गेट पर काऊ केचर : मवेशियों से अनाज की सुरक्षा के लिए हर गेट पर काऊ केचर लगाएं। मवेशियों से होने वाले नुकसान की समस्या पर एमडी ने यह सुझाव दिया।
कैश लेस ट्रांजेक्शन बढाएं : मंडी में आए किसानों को मंडी के अंदर व बाहर कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिए तैयार करें। उन्हें इसके फायदे भी बताएं।

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