- प्रयागराज कुंभ के लिए मुख्यमंत्री को मिला विशेष आमंत्रण! हरिद्वार से आए निरंजनी अखाड़ा प्रमुख ने मुख्यमंत्री यादव से की भेंट, उज्जैन में साधु-संतों के लिए भूमि आवंटन निर्णय को स्वामी कैलाशानंद ने बताया प्रशंसनीय
- भस्म आरती: मस्तक पर भांग-चंदन और रजत मुकुट के साथ सजे बाबा महाकाल, भक्तों ने किए अद्भुत दर्शन
- महाकाल के दर पर पहुंचे बी प्राक, भस्म आरती में शामिल होकर लिया आशीर्वाद; करीब दो घंटे तक भगवान महाकाल की भक्ति में दिखे लीन, मंगलनाथ मंदिर में भी की पूजा
- भस्म आरती: बाबा महाकाल के दिव्य श्रृंगार और भस्म आरती के साथ गूंजा "जय श्री महाकाल"
- 25 दिसंबर को रिलीज़ से पहले 'बेबी जॉन' की टीम ने मांगा बाबा महाकाल का आशीर्वाद! उज्जैन में महाकाल मंदिर पहुंचे वरुण धवन और टीम, भस्म आरती में हुए शामिल
बेपरवाह हो गए लोग:वैक्सीन लगवाने में कर्मचारियों की रुचि नहीं
कोरोना वैक्सीन आने के बाद लोग बेपरवाह हो गए हैं। खास बात यह है कि वे लोग जो वैक्सीन का महत्व अच्छी तरह से समझते हैं, वे ही टीका नहीं लगवा रहे हैं। वैक्सीन लगवाने में उनकी रुचि नहीं है। इधर, लोगों ने मास्क लगाना ही छोड़ दिया है। बाजारों में भीड़ लग रही है लेकिन कोई भी मास्क लगाने को तैयार नहीं है। जबकि कोरोना गाइड लाइन के तहत वैक्सीन लगने के बाद भी लोगों को मास्क लगाना है और सावधानी बरतना जरूरी है।
एक दिन में 18 सेंटर्स पर करीब 1800 लोगों को टीके लगाए जाना है। सोमवार को ही टीकाकरण के लिए 18 सेंटर्स तय किए गए थे और इसके लिए 35 दल बनाए गए थे। हर बूथ पर 100 लोगों को टीका लगाने का टारगेट दिया गया था। इस मान से तो 1800 लोगों को टीके लगना थे लेकिन केवल 816 लोगों ने ही टीके लगवाए। बाकी के 984 लोग टीके लगवाने के लिए नहीं पहुंचे। ये भी वह लोग हैं जिन्होंने अपनी सेवाएं संक्रमित लोगों के बीच में ही दी है। फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स के बाद फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीके लगाए जा रहे हैं लेकिन पंजीयन के तहत वैक्सीनेशन नहीं करवा रहे हैं। पिछले 12 माह से यह लोग ऑन ड्यूटी अपना कार्य कर रहे हैं।
कोरोना गाइड लाइन का पालन जरूरी
काेविड-19 नाेडल अधिकारी डाॅ. एचपी साेनानिया के अनुसार वैक्सीनेशन के बीच भी लोगों को कोरोना गाइड लाइन का पालन करना होगा। इसमें वे मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
ऐसे समझें- पहले चरण में 12411 लोगों को टीके लगाए जाना थे, जिनमें से 8343 लोगों ने ही टीके लगवाए हैं। बाकी के 4068 लोगों ने टीके नहीं लगवाए। यह वे लोग हैं जो कोरोना संक्रमण काल में मार्च से अब तक संक्रमित मरीजों के बीच में रहकर चिकित्सकीय कार्य कर रहे हैं यानी इन्हें सबसे ज्यादा खतरा रहा है।
हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाने में प्रदेश में शाजापुर अव्वल
हेल्थ वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन लगाने के प्रथम चरण में शाजापुर ने मप्र में प्रथम स्थान हासिल किया है। 16 जनवरी से 3 फरवरी तक चले प्रथम चरण में 4313 हेल्थ वर्कर्स में से 4055 कर्मचारियों का टीकाकरण कर 94 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर शाजापुर प्रदेश में अव्वल रहा।
जिले के महकमे की सक्रियता का परिणाम है कि 8 से 13 फरवरी तक दूसरे चरण में 3992 में से 3322 कर्मचारियों का टीकाकरण कर शाजापुर ने संभाग में प्रथम स्थान हासिल किया। डिप्टी डायरेक्टर डॉ. संजीव कुमरावत, एएसओ विजय गोठवाल ने बताया शाजापुर का उत्कृष्ट प्रदर्शन जिला कलेक्टर दिनेश जैन और सीएमएचओ राजू निदारिया और उनकी टीम की दूरदर्शिता का परिणाम है।