महाकाल की नगरी में धार्मिक पर्यटन के साथ अब डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन, 1 साल में 200 करोड़ का कारोबार

उज्जैन अभी तक 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर मंदिर के कारण प्रसिद्ध था. लोग धार्मिक श्रद्धा के साथ यहां आते हैं. पिछले साल महाकाल लोक बनने के बाद यहां धर्म के साथ पर्यटन यानि धार्मिक पर्यटन भी शुरू हो गया. लेकिन अब महाकाल की इस नगरी उज्जैन को लोग डेस्टीनेशन वेडिंग के लिए भी पसंद कर रहे हैं.

उज्जैन में महाकाल के दर्शन के साथ घूमने के लिए भी लाखों श्रद्धालु आते हैं. लेकिन अब धीरे-धीरे यहां डेस्टिनेशन वैडिंग का चलन बढ़ रहा है. अलग अलग राज्यों से लोग उज्जैन आकर शादी कर रहे हैं. इसकी वजह ये है कि कि छोटा शहर, कम फासले और हर चीज महानगरों और टूरिस्ट प्लेस की तुलना में कम दाम में आसानी से उपलब्ध रहती है. साथ ही महाकाल और ऐतिहासिक नगरी शादी के पुण्य अवसर की साक्षी हो जाती है.

कम बजट में ज्यादा सुविधा
डेस्टिनेशन वैडिंग का चलन बढ़ने से उज्जैन में ऑटो रिक्शा, छोटे दुकानदार से लेकर शादी का इंतजाम करने वाले तमाम लोगों का रोजगार भी चल निकला है. उज्जैन धीरे धीरे डेस्टिनेशन वेडिंग का हब बनता जा रहा है. उज्जैन में होटल, बैंड,  घोड़ी, केटर्स, फोटो ग्राफर, मेहंदी से लेकर तमाम सुविधा कम बजट में मिल जाती हैं.

200 करोड़ की वेडिंग
डेस्टिनेशन वैडिंग के लिए राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात,छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों के साथ-साथ मध्यप्रदेश के लोग भी उज्जैन आकर शादी का आयोजन कर रहे हैं. 5 लाख में लोगों को सुविधा मिलना शुरू हो जाती है. उज्जैन में अधिकतर होटल में बड़ा पार्किंग स्पेस और ज्यादा कमरे, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड, मार्केट जैसी सुविधाएं पास में होने के कारण लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती. अब महाकाल मंदिर और महाकाल लोक बनने के बाद से उज्जैन में करीब 200 करोड़ की तो सिर्फ वेडिंग हो रही है.

देवशयनी एकादशी से शादी के श्रेष्ठ मुहूर्त

नवंबर माह में 27, 28, 29

दिसंबर माह में 4,5,6,7,9,10,13,14

जनवरी माह में 16,17,20,21,27,28,29,30,31

फरवरी माह में  4,5,6,7,12,13,14,18,19,25,26,27

मार्च माह में 1,2,3,4

अप्रैल माह में 1,8,26

(मई जून में गुरु शुक्र के तारा अस्त रहेंगे)

जुलाई में 9,11,15

आधे खर्च में शादी
उज्जैन में बड़े शहरों की अपेक्षा करीब 40 से 50 प्रतिशत कम खर्च में शादियां हो रही हैं. उज्जैन देश के टॉप वेडिंग डेस्टिनेशन्स में शामिल होने को है. इंदौर, सूरत, बड़ोदा,जयपुर, अहमदाबाद जैसे शहरों की बात की जाए तो वहां 40 प्रतिशत महंगी शादी होती है. उज्जैन में करीब 15 ऐसे होटल हैं जहां प्रति वर्ष 150 से अधिक डेस्टिनेशन वेडिंग हो रही हैं. इससे उज्जैन शहर को 200  करोड़ का बिजनेस मिला है.

महाकाल लोक बनने के बाद बढ़ा क्रेज
उज्जैन की एक होटल के ऑपरेशन मैनेजर चन्द्र प्रकाश शर्मा ने बताया 2016 में सिंहस्थ कुम्भ के बाद उज्जैन आने वालों की तादाद एक दम बढ़ गई. यहाँ बड़ी होटल बनने लगीं. शादियों का ट्रेंड बदला तो लोगों को पता चला कि यहाँ होने वाली शादियां काफी किफायती और वैभव मान सम्मान बड़े शहरों जैसा है. महाकाल लोक बनने के बाद इसमें एक दम इजाफा हुआ है.

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