- नंदी हाल से गर्भगृह तक गूंजे मंत्र—महाकाल के अभिषेक, भस्मारती और श्रृंगार के पावन क्षणों को देखने उमड़े श्रद्धालु
- महाकाल की भस्म आरती में दिखी जुबिन नौटियाल की गहन भक्ति: तड़के 4 बजे किए दर्शन, इंडिया टूर से पहले लिया आशीर्वाद
- उज्जैन SP का तड़के औचक एक्शन: नीलगंगा थाने में हड़कंप, ड्यूटी से गायब मिले 14 पुलिसकर्मी—एक दिन का वेतन काटने के आदेश
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश, उज्जैन में निकला भव्य एकता मार्च
- सोयाबीन बेचकर पैसा जमा कराने आए थे… बैंक के अंदर ही हो गई लाखों की चोरी; दो महिलाओं ने शॉल की आड़ में की चोरी… मिनट भर में 1 लाख गायब!
महाकाल मंदिर से लगी देवास स्टेट की धर्मशाला और लक्ष्मीनारायण मंदिर को करवाया अतिक्रमण से मुक्त
उज्जैन। नगर निगम और जिला प्रशासन द्वारा शहर में अतिक्रमण और पशु बाड़ों को तोडऩे की कार्रवाई लगातार जारी है। इसी क्रम में आज सुबह टीम द्वारा महाकाल मंदिर से लगी देवास स्टेट की धर्मशाला और लक्ष्मीनारायण मंदिर को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया।
महाकालेश्वर मंदिर धर्मशाला से लगी हुई देवास स्टेट की भव्य धर्मशाला, यहां स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में देखरेख व पूजन का कार्य व्यास परिवार करता था। इसके अलावा दो अन्य सेवादार रमेश व एक अन्य महिला भी सेवा देते थे। प्रशासनिक रिकॉर्ड में 1927 से देवास स्टेट की धर्मशाला का रिकॉर्ड दर्ज है। एसडीएम अनिल बनवारिया ने बताया वर्षों से मंदिर व धर्मशाला की देखरेख कर रहे व्यास परिवार के राजेश व्यास और लोकेश व्यास ने मंदिर से लगी खुली भूमि पर अवैध निर्माण कर किरायेदार भी रखे थे। महाकाल मंदिर प्रशासक द्वारा महाकाल एक्ट 1953 के तहत पत्र लिखकर अवैध कब्जे की जानकारी दी गई।
प्रशासनिक रिकॉर्ड में धर्मशाला, मंदिर और खुली भूमि पर किये अवैध कब्जे की जानकारी मिलने के बाद व्यास परिवार को लोक परिसर अधिनियम 1984 के तहत नोटिस दिया था लेकिन समय अवधि में पूरे परिसर को अतिक्रमण मुक्त नहीं करने पर सुबह नगर निगम की अतिक्रमण हटाने वाली गैंग को मौके पर बुलाकर करीब 9000 स्क्वेयर फीट के देवास स्टेट की धर्मशाला, लक्ष्मीनारायण मंदिर सहित परिसर पर बेदखली की कार्रवाई की गई।
मंदिर व धर्मशाला देखकर चौंके लोग
महाकाल मंदिर धर्मशाला से लगी देवास स्टेट की धर्मशाला और उसी के पास स्थित भगवान लक्ष्मीनारायण का भव्य मंदिर पर इस प्रकार से कब्जा किया गया था कि महाकाल मंदिर पहुंचने वाले लोगों को इन दोनों स्थानों की जानकारी तक नहीं थी। उक्त दोनों स्थानों के दरवाजे महाकाल मंदिर में खुलते हैं लेकिन गुजरात के अक्षरधाम मंदिर में हुई आतंकी घटना के बाद इन मार्गों को बंद कर दिया गया था। आम दर्शनार्थी इस स्थान तक आसानी से पहुंच नहीं पाता था क्योंकि धर्मशाला वाले मार्ग से यहां पहुंचने पर पक्के मकान व निवास स्थान नजर आता था।
पशु बाड़े पर भी कार्रवाई
एसडीएम अनिल बनवारिया ने बताया राजेश व्यास और लोकेश व्यास ने मंदिर, धर्मशाला पर कब्जे के साथ खुली भूमि पर पक्के मकान बनाकर किराये पर भी दिये थे। सुबह कार्रवाई के पहले तक किसी ने भी मकानों का सामान बाहर नहीं निकाला। निगम टीम ने घरों में रखे सामान को बाहर किया इसके अतिरिक्त मकान के बाहर बने पशु बाड़े को तोडऩे की कार्रवाई भी की जा रही है।