महाकाल में 40 लोगों का उपचार किया, कुछ को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा

उज्जैन। रविवार को ऋषि नगर निवासी वृद्ध और सोमवार को मुंबई के वृद्ध की हृदयाघात से मृत्यु हो गई थी। इस दौरान मंदिर परिसर में चिकित्सा इंतजाम की खामियां उजागर हुई थीं। कलेक्टर ने मंदिर परिसर में दो स्थानों पर अतिरिक्त संसाधनों के साथ चिकित्सा कर्मियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिये जाने के बाद सुबह मंदिर परिसर में स्ट्रेचर, व्हील चेयर के इंतजाम करने के साथ ही निर्गम द्वार पर भी डॉक्टर व नर्स की ड्यूटी लगाई गई। यहां मंदिर परिसर प्याऊ के पास बने अस्थायी अस्पताल की महिला डॉ. शालिनी पंवार ने बताया कि सुबह से 10 बजे तक 40 से अधिक लोग उपचार कराने के लिये पहुंच चुके थे जिनमें कुछ लोगों की तबियत अधिक खराब होने पर उन्हें एम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय भी भेज दिया गया।

डॉ. पंवार ने चर्चा में बताया कि भीड़ में अधिक देर तक खड़े रहने के कारण वृद्धों को की तबियत बिगड़ रही है। अधिकांश लोगों को घबराहट, ब्लडप्रेशर, दर्द की शिकायतें सामने आई हैं जिनको तुरंत उपचार दिया जा रहा है। मंदिर परिसर में ही एक कमरे में गंभीर व्यक्ति को लेटाकर बाटल आदि चढ़ाने की व्यवस्था भी की गई है।

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